सीईओ कैंट ने पूछा कहां थे दो जवाब, विश्व योग दिवस के मौके पर जब पूरा देश और देश के तमाम सरकारी विभाग योग शिविर का हिस्सा थे, तब मेरठ कैंट बोर्ड के कुछ कर्मचारी बजाए योग शिविर में शामिल होने के गायब हो गए। ऐसे कर्चारियों की संख्या करीब दर्जन भर बतायी जा रही है। लेकिन योग शिविर से गायब रहने वाले उन तमाम कर्चारियों को कारण बताओ नोटिस थमा दिए गए हैं। सीईओ कैंट ने योग शिविर से गैर हाजिर रहने वाले इन कर्चारियों से पूछा है कि जब शिविर में उपस्थित रहना अनिवार्य कर दिया गया था पहले ही इसकी सभी को सूचना दी गयी थी तो फिर किस कारण से गायब रहे। उनसे इसका कारण बताने को कहा है। सीईओ की इस मामले को लेकर सख्ती से कैंट बोर्ड स्टाफ में भी हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि कुछ का कहना है कि सीईओ कैंट की यह सख्ती अनुशासन बनाए रखने के लिए हैं। अनुशासन हर किसी के लिए हर स्थान पर जरूरी है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं कि जो कर्मचारी योग शिविर से गाायब थे, उन्हें केवल नोटिस ही दिया गया है या फिर कोई और भी कार्रवाई की जजा सकती है। उल्लेखनीय है कि केंद्र व राज्य सरकार की ओर से विश्व योग दिवस के आयोजन को लेकर तमाम सरकारी विभागों को एडवाइजरी जारी की थी। इतना ही नहीं सरकार के सभी मंत्री व सांसद विधायक भी इस एडवाइजरी से बंधे थे। शायद यही कारण था जो विश्व योग दिवस के मौके पर जो भी कार्यक्रम हुए उसमें भाजपा के मंत्री, सांसद व विधायकों तथा खुद भाजपाइयों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। तमाम सरकारी विभागों में भी विश्व योग दिवस को लेकर कार्यक्रम किए गए। हालांकि सरकारी विभागों की यदि बात की जाए तो कार्यक्रम करने से ज्यादा उन्हें मीडिया कवरेज दिलाने पर अधिक जोर दिया गया ताकि सनद रहे और वक्त जरूरत पर काम भी आ सके।