छापे में पटाखों का जखीरा बरामद, एसडीएम अखिलेश यादव के नेतृत्व में मेरठ के मवाना के गांव सठला में मारे गए पुलिस प्रशासन के छापे में पटाखों का जखीरा बरामद हुआ है। मौके से एक शख्स को भी हिरासत में लिया है। गांव सठला में जिला प्रशासन के प्रतिबंध व रोक के बावजूद पटाखों का कारोबार व उन्हें तैयार करने का काम थाना पुलिस के संरक्षण में चल रहा था। इसको लेकर कई शिकायतें मिलने के बाद सोमवार 1 अगस्त को एसडीएम मवाना अखिलेश यादव थाना परीक्षितगढ़ से पुलिस फोर्स लेकर बगैर थाना मवाना को कोई सूचना दिए सठला जा पहुंचे। यहां दबिशें दी गयीं। एक बड़े गोदाम में पटाखों को जखीरा व उन्हें तैयार करने का सामान रखा हुआ था। माना जा रहा है कि दीवापाली पर्व के लिए यह पटाखे तैयार किए जाने थे। पुलिस का कहना है कि जितना सामान बरामद हुआ है उसकी यदि मार्केट कीमत तय की जाए तो यह सामान लाखों कीमत का है। जिस वक्त एसडीएम भारी फोर्स लेकर सठला गांव में पहुंचे और पूछताछ शुरू की तो शुरू में किसी ने कुछ भी नहीं बताया। लोगों ने प्रशासन व पुलिस से कहा कि उनकी जानकारी में कुछ नहीं। लेकिन पुलिस ने जब सख्ती से एक बड़े मार्केट नुमा गोदाम में तलाशी अभियान शुरू किया तो वहां से पटाखों को बनाने का सामान व अन्य जखीरा तथा उनको पैक करने वाला भी सामान बरामद किया गया। एक शख्स काे भी मौके से हिरासत में लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। एसडीएम की इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मचा है। वहीं दूसरी ओर इस पूरे मामले में मवाना पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। पूछा जा रहा है कि एसडीएम तक को खबर थी कि सठला में यह कारोबार किया जा रहा है, फिर ऐसा क्या कि मवाना पुलिस इससे पूरी तरह से अनजान अनभिज्ञ बनी रही। जबकि कुछ समय पूर्व एक पटाखा फैक्ट्री में बड़ा दुखद हादसा होकर चुका है। लेकिन लगता है पुलिस ने सब नहीं सीखा।