चर्चा लक्ष्मीकांत बाजपेयी की भी, जल्द ही उत्तर प्रदेश में बीजेपी को नया अध्यक्ष मिलने वाला है. चर्चा में डिप्टी सीएम कैशव प्रसाद मोर्या अधिक हैं, लेकिन नाम राज्यसभा सांसद मेरठ के डा. लक्ष्मीकांत बापजेयी का भी लिया जा रहा है। साल 2014 में जब डा. लक्ष्मीकांत बापजेयी उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष थे और संगठन ने पीएम के तौर पर नरेन्द्र मोदी काे लोकसभा चुनाव में उतारा था तो ये डा. बाजपेयी ही थे जिन्होंने उत्तर प्रदेश से बंपर सीटें दिलायी थीं, विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया था। अध्यक्ष का ऐलान हो सकता है.बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह इस्तीफे के बाद अब जोर-शोर से संगठन की कमान किसी नए चेहरे को दिए जाने की चर्चा है. वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद पर किसको बैठाया जाए, इसे लेकर जल्द ही फैसला किया जा सकता है. यह माना जा रहा है कि पार्टी उत्तर प्रदेश में किसी ब्राह्मण नेता को पार्टी की कमान सौंप सकती है लेकिन संगठन के कामकाज को करीब से देखने वाले एक नेता ने यह बताया कि पार्टी ब्राह्मण नेताओं के अलावा दलित और पिछड़ा वर्ग के नेताओं के नाम पर भी विचार कर रही है, ज्यादा चर्चा है उसमें हरीश वेदी, योगेंद्र उपाध्याय, सतीश गौतम और सुब्रत पाठक का नाम भी खासा चर्चा में है. वहीं जिन नामों की और अटकलें लगाई जा रही हैं उसमे श्रीकांत शर्मा, लक्ष्मीकांत वाजपई और दिनेश शर्मा शामिल हैं. अगला प्रदेश अध्यक्ष वही बनेगा जो बीजेपी और पीएम मोदी के 2024 के एजेंडे पर खरा उतरने का काम करेगा. ऐसे में इन तीनों में से किस पर भरोसा जताया जाएगा. यह देखने वाली बात होगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूर्वी उत्तर प्रदेश से आते हैं और क्षत्रिय हैं. इसके अलावा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ओबीसी चेहरा और सेंट्रल यूपी से आते हैं. वहीं दूसरे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक अवध क्षेत्र के हैं और ब्राह्मण हैं. पार्टी नेतृत्व पश्चिम और ब्रज की सियासत साधने के लिए इन क्षेत्रों से किसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है. इंतजार अभी बाकि है.