डर व शर्म से महज चंदा, शहर के बड़े कारोबारी व व्यापारी नेता विपुल सिंहल का कहना है कि व्यापारियों ने डर व शर्म में चंदा भले ही दे दिया हो, लेकिन चंदा मांगने वालों को व्यापारियों का समर्थन नहीं मिल सका। उन्होंने संयुक्त व्यापार संघ मेरठ के दोनों ही खेमों पर गंभीर सवाल भी उठाए हैं और कहा कि आम व्यापारियों की उम्मीदों पर दोनों में से एक भी खरा नहीं उतरा है। विपुल सिंहल ने कहा है कि संयुक्त व्यापार संघ मेरठ जनपद में पिछले 35 वर्षों से अधिक समय से व्यापारियों की समस्याओं के समाधान हेतु मजबूती से कार्य कर रहा था। इस वर्ष 2023 2026 के चुनाव में नवीन गुप्ता द्वारा संयुक्त व्यापार संघ की मतदाता सूची में लगभग 300 से अधिक मतदाताओं को बदलने का काम किया ।सूची को व्यापारिक सूची ना बनाकर अपने घर के मांगलिक कार्यक्रम में कार्ड देने वाली सूची बनाकर रख दिया है। नवीन गुप्ता घुटने 3 वर्षों में काम ना करते हुए संयुक्त व्यापार संघ के अस्तित्व को ही बदला ,वहीं दूसरी ओर अजय गुप्ता गुट ने 3 वर्षों में कुछ काम ना करके लोगों का भरोसा खत्म किया। अजय गुप्ता गुट 3 वर्ष पहले मतदाता सूची को ठीक करने की बात कह कर आए थे ,रोजाना संयुक्त व्यापार संघ के मेट्रो प्लाजा स्थित कार्यालय को खोलकर एक मंत्री द्वारा लोगों की समस्याएं सुनने का काम करने को लेकर आए थे उन्होंने भी कुछ नहीं किया। संयुक्त व्यापार संघ एक मजबूत संस्था का अंत हो गया है अब इसका पुनर्जन्म पुनः आने वाली नई युवा पीढ़ी ही की कर पाएगी। उन्होंने कहा कि वह वर्तमान हालात ने दुखी जरूर हैं, लेकिन उनके प्रयास निरंतर जारी रहेंगे। मेरठ के व्यापारी को जब तक सशक्त नेतृत्व नहीं मिल जाता तब तक वह चुप्प बैठने वाले नहीं है। मेरठ के व्यापारियों को यूं अकेला वह नहीं छोड़ सकते। वह मेरठ के व्यापारियों की आवाज सिस्टम तक पहुंचाने का काम करते रहेंगे। यह दुख की बात है कि जिस मकसद से संयुक्त व्यापार संघ का वह बिसरा गया दिया है।