खाली हाथ लौटी दिल्ली पुलिस,
सोतीगंज में वाहन चोर कबाडियों के ठिकानों पर दबिश
अज्जू-गद्दू की तलाश में पहुंची थी दिल्ली पुलिस, महिलाओं का जमकर हंगामा
सीसीटीवी कैमरे बने हैं वाहन चोर कबाड़ियों के कवच, पहले ही लगा जाते है पुलिस की भनक
मेरठ/दो शातिर हिस्ट्रीशीटर कबाड़ियों अज्जू व गद्दू की तलाश में बुधवार की दोपहर को दिल्ली पुलिस ने सोतीगंज में उनकी ठिकानों पर दबिश दी। दिल्ली पुलिस के साथ सदर पुलिस भी मौजूद रही। वाहन चोर कबाड़ी अज्जू के मकान का गेट खुलवाने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। जैसे तैसे गेट खुला भी तो महिलाओं ने रास्ता रोक लिया। उन्होंने हंगामा कर दिया। बामुश्किल पुलिस वाले मकान में दाखिल हो सके, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही शातिर कबाड़ी वहां से फरार हो चुका था। इसके अलावा सदर के कच्चा दगड़ा में गद्दू के ठिकाने पर दबिश दी गयी। यहां किसी प्रकार के प्रतिरोध का सामान नहीं करना पड़ा। पुलिस वालों को मकान के दरवाजे खुले मिले। लेकिन गद्दू नहीं मिला।
दोहपर करीब 2.30 बजे सफेद की टाटा सफारी गाड़ियों से दिल्ली पुलिस के दर्जन भर से ज्यादा पुलिस कर्मी व एक जीप भरकर सदर पुलिस वाले सोतीगंज पहुंचे। दिल्ली पुलिस वालों ने अपने गाड़ी मस्जिद के सामने चौराहे के समीप खड़ी की थी, जबकि सदर पुलिस की जीप सोतीगंज मेन रोड पर अज्जू के मकान के सामने खड़ी थी। पुलिस वाले अज्जू के मकान की ओर लपके। मकान का गेट भीतर से बंद था। गेट खुलवाने के लिए पुलिस वालों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। गेट खुलते ही पुलिस वाले भीतर दाखिल हुए तो परिवार की महिलाओं ने बवाल कर दिया। हंगामा कर रही अज्जू के परिवार की महिलाओं से निपटने का काम महिला पुलिस कर्मियों ने किया। पुलिस वालों ने एक-एक जगह की तलाशी ले ली, लेकिन अज्जू हत्थे नहीं चढ़। यहां से पुलिस वाले सीधे सदर गंज बाजार से सटे कच्चे दगडेÞ में जा पहुंचे। मकान के दरवाजे खुले हुए थे। पुलिस वाले दनदनाते हुए भीतर दाखिल हो गए। लेकिन यहां से भी खाली हाथ लौटना पड़ा।
दिल्ली पुलिस के साथ एक आए एक एसएसआई ने बताया कि अजहरूदीन उर्फ अज्जू पुत्र महबूत निवासी सोतीगंज व साकिब उर्फ गद्दू पुत्र कल्लू की कई मामलों में तलाश है।
एक सप्ताह में चौथी दबिश
अज्जू व गद्दू की तलाश में दिल्ली पुलिस की इसी टीम में एक सप्ताह में यह चौथी दबिश है। बीते मंगलवार को भी पुलिस टीम अज्जू के मकान पर पहुंची थी। अज्जू तक पहुंचने के लिए पुलिस वाले उसकी पत्नी को साथ लेकर जाना चाहते थे, लेकिन हंगामे के चलते वो ऐसा कर नहीं सके। चार दिन पहले जब पुलिस वाले यहां दबिश को आए थे तो उनके साथ एक वाहन चोर भी मौजूद था।
===
सोतीगंज में सीसीटीवी कैमरों के चक्रव्यूह में फंसकर रह जाती पुलिस
सीसीटीवी कैमरों की मदद से तमाम हिस्ट्रीशीटर कबाड़ी बनाए हैं खुद को महफूज
मेरठ/सदर बाजार थाना के सोतीगंज में चप्पे-चप्पे पर लगे सीसीटीवी कैमरे वाहन चोर कबाड़ियों के लिए वारदान साबित हो रहे हैं। एसएसपी अजय साहनी व प्रभाकर चौधरी की वाहन चोरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के बाद सोतीगंज में कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए थे। इसको जब पुलिस की चूक कहें या कुछ और वजह थी जो सीसीटीवी कैमरे तब लगवाए गए थे, उनके रिमोट तब सोतीगंज के कुछ कबाड़ियों को सौंप दिए गए थे। बाद में पुलिस वालों के सीसीटीवी कैमरों की देखादेखी पूरे सोतीगंज में सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछ गया। एक-एक गली और घर में कई-कई सीसीटीवी लगवा दिए गए। सीसीटीवी कैमरों ने वाहन चोर कबाड़ी, जिनकी तलाश में बाहरी पुलिस अक्सर दबिश को आती है के लिए कवच का काम किया। दरअसल हुआ यह है कि बजाए डीवीआर लगवाने के तमाम सीसीटीवी कैमरों को वाहन चोर हिस्ट्रीशीटर कबाड़ियों जिन पर तमाम मुकदमें दर्ज हैं, उन्होंने अपने मोबाइलों पर इनका कनेक्शन कराया हुआ है। जानकारों की मानें तो सोतीगंज में जैसे ही लोकल या बाहरी पुलिस की दबिश पड़ती हैं हिस्ट्रीशीटर वाहन चोर कबाड़ियों को अपने मोबाइल की मार्फत पहले ही पता चल जाता है। वो खुद भी चौक हो जाते हैं और परिवार वालों को भी सतर्क कर देते हैं। यही वजह है कि ताबड़तोड़ दबिशों के बाद भी वाहन चोर कबाड़ियों की तलाश में सोतीगंज आने वाले पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ता है। जब तक सोतीगंज में सीसीटीवी कैमरों का चक्रव्यूह नहीं तोड़ा जाएगा तब तक वाहन चोरों तक पुलिस नहीं पहुंच सकेगी। अज्जू व गद्दू सरीखे वाहन चोरों तक पहुंचने के लिए पुलिस का सबसे पहले सोतीगंज में बनाए गए सीसीटीवी कैमरों के चक्रव्यूह को भेदना होगा।