वन्दे भारत की गति में बदलाव की मांग-सांसद को ज्ञापन,
– आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता ने दिया समय सारणी और ट्रेन की स्पीड में परिवर्तन करने का सुझाव
– यात्रियों को परेशानी होगी कम, रेलवे को मिलेगा अतिरिक्त लाभ
मेरठ। मेरठ से लखनऊ और लखनऊ से मेरठ तक संचालित की जा रही वन्दे भारत ट्रन के संचालन में आ रही समस्याओं के कारण यात्रियों को हो रही परेशानी के संदर्भ में आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता ने मेरठ के सांसद अरूण गोविल को ज्ञापन सौंपा। सांसद महोदय ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए इसे रेलमंत्री के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया। सांसद अरूण गोविल को दिये गये ज्ञापन में आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता ने कहा कि जनता की सुविधा के लिये मेरठ से लखनऊ एवं लखनऊ से मेरठ वन्दे भारत की सौगात माननीय प्रधानमंत्री जी के कर कमलो द्वारा उपलब्ध करायी गयी। मगर यह ट्रेन इस समय अफसरों की असूझबूझ के कारण हानि में चल रही है। 458 किमी का सफर टाइम टेबल के हिसाब से सवा सात घण्टे में पूरा करती है। जो कि वन्दे भारत जैसी उच्च श्रेणी की ट्रेन के लिये एक हास्यासपद यात्रा है। यह अपने चलने के स्थान पर आधा से पौना घण्टा पहले पहुंच जाती है और बीच में भी भी इसको 3-4 जगह रोक कर एक घण्टे तक का समय बरबाद किया जाता है जिससे यात्रियों के लिये यह यात्रा सुखदायी न होकर कष्टपूर्ण यात्रा हो जाती है। यदि थोड़ी सी समझ के साथ इस ट्रेन की समय सारणी और स्पीड में बदलाव किया जाये तो है यह 4 घण्टे में मेरठ से नखनऊ व लखनऊ से मेरठ पहुंच सकती है। इसे 6 बजे मेरठ से चलाया जये एवम् 10 बजे तक लखनऊ पहुंचाया तथा इसी तरह लखनऊ से शाम को 6 बजे चलाया जाये एवम् 10 बजे तक मेरठ पहुँचाया जाये एवम् स्पीड 120 किमी कर दी जाये तो यात्री दिन में 10 बजे से सांय 5 बजे तक अपना कार्य पूर्ण करके वापस आ सकते है और यह गाड़ी जो अभी न्यूनतम यात्रियों के साथा सफर करती है भारत की सफलतम गाड़ियों में से एक बन सकती है। कृपया इसे जनता एवम् रेलवे विभाग के लाभ को ध्यान में रखते हुए इस पर शीघ्र निर्णय लिया। मेरठ के सांसद अरूण गोविल ने कहा कि यात्रियों की सुविधा और वन्दे भारत के कुशल संचालन के लिये रेल मंत्री से वार्ता कर समस्याओं का हल निकाला जायेगा।