LLRM ने सर्जरी में रचा इतिहास

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LLRM ने सर्जरी में रचा इतिहास, लाल लाजपत राय मेडिकल कालेज मेरठ के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डाक्टर भानु प्रताप सिंह और उनकी टीम ने करीब  बीस साल की ह्यूमन बॉडी  जिसको न तो युवती कहा जा सकता था ना ही युवक, उसको युवक बनाने का इतिहास रच डाला है। डा. भानू की इस टीम में डा. कनिका, डा. अमित, डा. गौरव नर्स नीरज व संध्या तथा अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ को भी इसका श्रेय जाता है।यह इतिहास करीब एक माह पहले रचा गया था। हालांकि जो सिम्टम नजर आते थे, उसके चलते इस बॉडी को लड़की बनने का आफर दिया गया, लेकिन उसके पहले से पांच बहनें हैं, सो उसने लड़का बनाने की जिद्द पकड़ ली। कुछ कानूनी पेचिदगियां भी थीं, लेकिन तमाम चुनौतियों से निपटते हुए इस ह्युमन बॉडी को एक बीस साल कीे लड़के में बदल दिया गया है। डा. भानु प्रताप ने बताया कि यह आपरेशन उनके व टीम के लिए पहली बार था। चुनौती थी इसलिए टेंशन भी। इसको लेकर पूरी टीम तीन माह अग्नि परीक्षा से गुजरी है, लेकिन टीम ने साबित कर दिया कि सरकारी अस्पताल खासतौर से एलएलआरएम स्वास्थ्य सेवाओं में फाइव स्टार संस्कृति वाले निजी मल्टी स्पेशियलिटी से कम नहीं।

प्रकृति का अधूरा काम किया पूरा

डा. भानु ने बताया कि एक बेहद जटिल था। मरीज को सघन चिकित्सा में रखा गया। दरअसल उसकी बॉडी का वो पार्ट तैयार करना था जो जिसको प्राकृति द्वारा भूलवश न बनाए जाने की बात कही जा सकती है। इसके लिए दिन रात एक कर उसका लिंग तैयार किया गया। उसको बॉडी से कनेक्ट किया गया। आपरेशन पूरा होने के बाद भी पूरी टीम के लिए सकून के पल अभी इतने आसान नहीं थे। मरीज को एक माह तक वॉच करना था। मसलन कोई साइड इफैक्ट तो नहीं। जब एक माह पूरा हो गया और वह पूरी तरह से सामान्य है तब यह बात मीडिया तक पहुंची। हालांकि अभी मरीज की पेशाब की नली में एक टयूब निकालना बाकि है। डा. भानु ने बताया कि यह मरीज पार्टनर से सेक्स तो कर सकता है, लेकिन संतानोत्तपति संभव नहीं है।

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