धार्मिक आस्था वाले ही सदस्य, रामलीला कमेटी में साफ-सुथरी छवि व सनातन धर्म में आस्था रखने वाले सदस्यों को मनोनीत किया जाएगा। साथ यह भी ध्यान रखा जाएगा कि इनके सहयोगी किसी कृत्य से धर्मगुरु जनता व समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस तो नहीं पहुंचा रहे। रामलीला कमेटी की हुई बैठक के बाद निर्णय लिया गया कि मनोज गुप्ता इस बार आयोजन करेंगे। शहर रामलीला कमेटी मेरठ को लेकर पिछले कई माह से चला आ रहा विवाद समाप्त हों गया। श्रीसनातन धर्म रक्षिणी सभा ने राधा गोविंद मंडप के संचालक मनोज गुप्ता को पत्र जारी कर इस वर्ष होने वाली शहर रामलीला के आयोजन व मंचन के लिए अधिकृत कर दिया है। हालांकि पत्र को जारी करते हुए लिखा गया है कि यह अधिकार सिर्फ इसी वर्ष के लिए प्रदान किया गया है। गढ़ रोड स्थित राधा गोविंद मंडप में बैठक कर प्रेस वार्ता करते हुए मंडप संचालक मनोज गुप्ता ने कहा कि श्रीराम लीला के सफल व धार्मिक परंपरा के अनुरूप आयोजन के लिए उन्हें श्री सनातन धर्म रक्षिणी सभा ने पत्र जारी करते हुए अपनी सहयोगी कमेटी का गठन करने का संपूर्ण अधिकार दे दिया है। उन्होंने कहा कि अधिकार पत्र के अनुरूप श्री रामलीला कमेटी में साफ-सुथरी छवि व सनातन धर्म में आस्था रखने वाले व्यक्तियों को ही मनोनीत करेंगे। 12 अक्टूबर को निकलेगी शिव बारात
मनोज गुप्ता ने बताया कि श्रीरामलीला धार्मिक एवं मर्यादित पारंपरिक आयोजन है, इसलिए मंच से किसी प्रकार का कोई भी राजनीतिक प्रचार-प्रसार नहीं किया जाएगा। रामलीला, बारात व जुलूस समेत अन्य प्रदर्शनों में रामलीला कमेटी के सहयोगी द्वारा कोई भी ऐसी उत्तेजनात्मक नारेबाजी या कार्रवाई नहीं की जाएगी। इस वर्ष श्रीरामलीला का शुभारंभ 12 अक्टूबर को श्रीशंकर जी की बारात के साथ होगा। जबकि 16 अक्टूबर को राम बारात निकाली जाएगी। वहीं, 25 अक्टूबर को रामलीला मैदान दिल्ली रोड पर रावण दहन होगा।