डा. वाजपेयी ने ली अफसरों की क्लास, जनता से जुड़ी समस्याओं के निस्तारण में देरी पर शनिवार को राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने मेरठ विकास प्राधिकरण के अफसरों की क्लास लगा डाली। डा. वाजपेयी जब तक एमडीएम में रहे अफसरों में हड़कंप मचा रहा। एमडीएम प्रशासन रेलवे रोड को बागपत रोड से जोड़ने वाले प्लान को अभी तक रक्षा मंत्रालय की साइट पर अपलोड नहीं कर पाया है। तीन साल पहले कैटल कालोनी के लिए उपलब्ध करायी गई भूमि की हालत भी जस की तस है। मेरठ महायोजना को लेकर डा. वाजपेयी ने सवाल किया कि इसमें अब तक कहां तक काम हो सका है। महायोजना में देरी को लेकर भी राज्यसभा सांसद अफसरों से खिन्न नजर आए। उन्होंने कहा कि महायोजना से संबंधित जानकारी जनता को सरल भाषा में उपलब्ध करायी जाए ताकि जनता खुद को उसके मुताबिक तैयार कर सके। उन्होंने पुराने शहर को लेकर महायोजना में आवासीय जैसे शब्द हटाने का भी कहा। साथ ही अफसरों से जनता के प्रति व्यवहारिक होकर महायोजना पर काम करने की नसीहत दी। सैन्सप्रिरल ग्रीनलैंड गगोल रोड को लेकर सांसद ने कहा कि चौहद साल पहले इसका नक्शा एमडीए ने पास किया था अब बजाए मौके पर जाकर देखने के दफ्तर में बैठकर बनाए गए नक्शे में सड़क दर्शा दी गयी है। उन्होंने अफसरों को हिदायत दी कि ऐसे काम करोगे तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह एमएसएमई इकाई है और करीब एक हजार श्रमिकों को रोजगार दे रही है। एमडीए अफसर क्या यह चाहते हैं कि इन गरीब श्रमिकों के रोजगार का सहारा छीन जाए। डा. वाजपेयी ने पूछा कि इसके लिए कौन अफसर जिम्मेदार है। क्यों उनके खिलाफ शासन को लिख दिया जाए। यह सुनने के बाद अफसर बंगले झांकने लगे। सांसद ने इस गलती को तत्काल ठीक किए जाने का आग्रह एमडीए प्रशासन से किया। राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी पूरे होमवर्क के साथ पहुंचे थे, उनके कई सवालों के उत्तर तो एमडीए अफसरों के पास ही नहीं थे।