मेरठ में तैनात रहे चीफ राघवेन्द्र समेत आठ अफसर सस्पेंड, मेरठ पीवीवीएनएल में बतौर चीफ तैनात रहे राघवेन्द्र कुमार समेत पावर के आठ अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष आशीष कुमार गोयल की इस कार्रवाई से तमाम पीवीवीएनएल समेत प्रदेश के तमाम डिस्कॉम के अफसरों मे हड़कंप मचा हुआ है। उनके सीयूजी मोबाइल नंबर भी स्वीचऑफ हो गए हैं। जिनकाे सस्पेंड किया गया है उनमें बड़ा नाम राघवेन्द्र कुमार का है जो पीवीवीएनएल में बतौर चीफ लंबी पारी खेलकर गए हैं, लेकिन उनके खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई उनकी अलीगढ़ में तैनात के दौरान किए गए कृत्य के चलते की गयी है।
यह है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डा. आशीष कुमार गोयल ने 13 सितंबर को जारी किए गए निलंबन के आदेश में कहा है कि अलीगढ के अंतर्गत कार्यदायी संस्था मैसर्स श्रीगणेश एंटर प्राइजेज द्वारा निविदा संख्या विविमद्विअ- 53 एवं 54 2022-23 के सापेक्ष मानकों के अनुरुप सामग्री नहीं उपलब्ध कराए जाने व उपलब्ध करायी गयी सामग्री निम्न गुणवत्ता, क्षतिग्रस्त एवं शार्ट सामग्री शार्ट उपलब्ध कराने के प्रकरण की उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड की समिति के द्वारा की गई प्राथमिक जांच में राघवेनन्द्र तत्कालीन अधीक्षण अभियंता विद्युत मंडल द्वितीय अलीगढ को तत्कालीन अधीशासी अभियंता के विरूद्ध उचित दस्तावेज को प्राप्त किए बिना डीआई ईआरपी पोर्टल पर अपलोड करने के दृष्टिगत कोई कार्रवाई नहीं करने की वजह से प्रकरण में अग्रेतर कार्यवाही में विलंब होने के लिए प्रथम दृष्टया दोषी पाया है। इस कदाचार के लिए राघेन्द्र कुमार सिंह मुख्य अभियंता (स्तर-2 ) के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने का मामला प्रथम दृष्टया बनता है। अत उन्हें निलंबित किया जाता है। निलंबन की अवधि के दौरान वह पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम लिमिटड बनारस से अटैच रहेंगे।
इनको भी की गई कार्रवाई
उत्तर प्रदेश पावर कारपाेशन के अध्यक्ष ने चीफ राघवेन्द्र के अलावा अन्य जिन पर कार्रवाई की है उनमें सुबोध कुमार शर्मा मुख्य अभियंता भी शामिल हैं। इनको एमडी बनारस विद्युत वितरण निगम लिमिटड बनारस के ऑफिस से अटैच किया गया है। इनके अलावा इनके निलंबन आदेश पर अध्यक्ष आशीष कुमार के अलावा संयुक्त सचिव दिनेश प्राप्त गुप्ता के भी हस्ताक्षर हैं।उक्त प्रकरण मे अजय कुमार अक्षीक्षण अभियंता भी सस्पेंड कर दिए गए हैं उनको मध्यांचल विद्युत वितरण निगम देवीपाटन से अटैच किया गया है। उक्त मामले में एक अन्य अधीशासी अभियंता प्रवीण मोर्या को भी राघवेन्द्र कुमार सिंह के साथ सस्पेंड किया गया है। निलंबन की अवधि के दौरान पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम मिर्जापुर अटैच रहेंगे। इनके अलावा इस मामले में मनोज कुमार जेई की भी उक्त मामले में बलि ली गयी है। वह भी सस्पेंड कर दिए गए हैं। उन्हें पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के हेड ऑफिस से अटैच किया गया है। इनके साथ ही इस मामले में सहायक अभियंता सचिन कुमार भी पर भी निलंबन की कार्रवाई की गयी है। बनारस मुख्यालय अटैच किया गया है।