एक शाबाशी तो बनती है ऋचा सिंह, एक गाय को लावण रोड पर 5 दिन पहले किसी वाहन ने टक्कर मार दी और वह गड्ढे में गिर गई । एक गौ सेवक रवि कटारिया ने उसको गड्ढे से मजदूरों की सहायता से बाहर निकलवाया एवम उसको सड़क के किनारे लिटा दिया । रवि जी ने डॉक्टर वहीं बुलवा कर उसको इंजेक्शन भी लगवाया । आज उस रास्ते से गुजरते हुए ग्लोबल सोशल कनेक्ट मेरठ की अध्यक्ष ऋचा सिंह की नजर उस गाय पर पड़ी तो वे तुरंत उसकी सहायता के लिए पहुंच गई । उसकी गर्दन में काफी चोट थी एवं वह उठ नहीं पा रही थी ।उसकी आंख बिल्कुल बंद हो चुकी थी । उसके कीड़े निकालने की कोशिश की गई कई । गौशालाओं में भी बात की गई लेकिन कोई सहायता प्राप्त नहीं हुई । अंत में नगर निगम के वेटरनरी ऑफिसर को फोन किया उन्होंने तत्काल नगर निगम की गाड़ी वहां भेजी और स्थानीय लोगों की सहायता से उस गाय को गाड़ी में चढ़ा कर नगर निगम की सूरजकुंड स्थित गौशाला भेज दिया गया । अब गाय जीवन व मौत के बीच में लटकी हुई है । संस्था के सदस्य कल सूरजकुंड जाकर इस गाय का हाल जानकर आएंगे और अगर उपचार सही नहीं मिला तो फिर उसे सरधना गौशाला में भेजा जाएगा। हालांकि कुछ गौरक्षों का कहना है कि नगर निगम के सूरजकुंड स्थित अस्पताल में न भेजकर यदि किसी गौशाला के सुपुर्द किया जाता तो बेहतर होता। गोवंश प्रेमी आशीष वत्स ने बताया कि निगम की गौशाला का रिकार्ड उपचार के मामले मे शौचनीय है। हालांकि सभी लोग ऋचाा सिंह की दया भावना के कायल हैं। उनकी प्रशंसा कर रहे हैं। बकौल पब्लिक ग्लाेबल कनेक्ट की ऋचा सिंह हाई प्रोफाइल फैमली से आती हैं। आमतौर पर इस प्रकार के परिवारों के लोग वो भी खासकर महिलाएं इस प्रकार के कामों से दूर ही रहती हैं, लेकिन शायद ऋचा सिंह को उनकी इसी दया भावना ने सोसाइटी में अलग पहचान दी है।