स्मार्ट मीटर के गिनाए फायदे,
मेरठ। शास्त्रीनगर एल ब्लॉक स्थित इस्माईल गर्ल्स नेशनल इण्टर कॉलेज में स्मार्ट मीटर के प्रति जागरूकता चलाया गया।
यह आयोजन एमडी पीवीवीएनएल के आग्रह पर पश्चिमांचल इंफ्रा के सहयोग किया गया। इसमें कक्षा 6 से 12 तक की छात्राओं ने स्मार्ट मीटर को लेकर अपने विचार रखे और स्मार्ट मीटर के फायदे बताए। मंच का संचालन विद्यालय शिक्षिका प्रियंका भारद्वाज ने किया। इस दौरान छात्राओं को जानकारी दी गई कि स्मार्ट मीटर पूरी तरह से निशुल्क लगाया जा रहा है। यदि कोई स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर पैसा मांगता है तो उसकी शिकायत विद्युत विभाग से करें। साथ ही सभी छात्राओं को स्मार्ट मीटर के प्रति लोगों को जागरूक करने की शपथ दिलवाई गई। प्रधानाचार्या डॉक्टर मृदुला शर्मा ने स्मार्ट मीटर के फायदे बताते हुए जानकारी दी कि स्मार्ट पावर मीटर पारंपरिक मीटर की तरह काम करता है। ऊर्जा खपत को मापता है, मॉनिटर करता है और रिकॉर्ड करता है। स्मार्ट मीटर से बिल में गड़बड़ी की संभावना भी नहीं रहती है और इसका टैरिफ भी सामान्य मीटर के समान ही है। स्मार्ट मीटर डिजिटल इंडिया के तरफ बढ़ता एक मजबूत कदम है। इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिकायें अनुपम निधि, सुमन शर्मा, प्रियंका भारद्वाज, दीपांशी,प्रेरणा शर्मा आदि उपस्थित रहीं।
जीवन प्रबंधन में शिक्षा की भूमिका कार्यशाला
इस्माईल गर्ल्स नेशनल इण्टर कॉलेज एल-ब्लॉक,शास्त्रीनगर मेरठ में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास मेरठ शिक्षा केन्द्र, मेरठ प्रान्त के संयुक्त तत्वावधान में जीवन प्रबंधन में शिक्षा की भूमिका कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्री जगराम सिंह जी,संयोजक, उत्तर क्षेत्र एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, डाॅ वीरेन्द्र कुमार तिवारी , श्री हरेन्द्र कुमार सिंह प्रांतीय अध्यक्ष एवं विद्यालय प्रधानाचार्या डॉ मृदुला शर्मा ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वल्लित एवं माल्यार्पण कर किया। विद्यालय प्रधानाचार्या डॉ मृदुला शर्मा ने सभी मुख्य अतिथियों को औषधीय पौधा देकर सम्मानित किया। श्री जगराम सिंह ने छात्राओं एवं शिक्षिकाओं को मन भर भोजन करना, पेट भर श्वास लेना, चित्र से चरित्र, सहयोग करना, समर्पित रहना, सभी का सम्मान करना, अन्न दान करना, दीपदान करना, विधादान करना, अपनी संस्कृति को पहचानना आदि जीवन प्रबंधन कौशल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। डाॅ वीरेन्द्र कुमार तिवारी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास, सामाजिक योगदान के बारे में बताया। विद्यालय प्रधानाचार्या डॉक्टर मृदुला शर्मा ने कहा जीवन प्रबंधन में शिक्षा की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिक्षा व्यक्ति के जीवन में ज्ञान कौशल और नैतिक मूल्यों का विकास करती है, जो जीवन को सही दिशा में ले जाने में सहायक होते हैं। यह जीवनके विभिन्न पहलुओं को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की क्षमता प्रदान करती है, जिससे व्यक्ति व्यक्तिगत, सामाजिक और व्यावसायिक चुनौतियों का सामना कर सकता है। मंच का संचालन विद्यालय शिक्षिका कु सुषमा बिंद ने किया। छात्राओ ने उत्साह पूर्वक कार्यशाला में भाग लिया। छात्राओ एवं शिक्षिकाओ ने अपने दैनिक जीवन में इन सभी नैतिक मूल्यों को अपनाने के लिए प्रतिज्ञा ली। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या डॉ मृदुला शर्मा ने सभी अतिथियों का धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया। इस अवसर पर विद्यालय की समस्त शिक्षिकाएं प्रमिला, सुषमा बिन्द, नफीसा खालिद, कनक शर्मा, सुमन शर्मा, निधि राजवंशी, शशि प्रभा, दीपमाला, प्रेरणा, प्रियंका, प्रिया गौड़, रेनू शर्मा, माहीन, रेशमा, मनु आदि उपस्थित रहीं