पार्किंग के अलावा सब कुछ बेसमेंट में

पार्किंग के अलावा सब कुछ बेसमेंट में
Share

पार्किंग के अलावा सब कुछ बेसमेंट में,

बेसमेंट के मिस यूज पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी में मेडा

कल (सोमवार) से फिर व्यवसायिक गतिविधियों वाले बेसमेंट के खिलाफ अभियान

शहर की तमाम बड़ी बिल्ड़िंगों के बेसमेंट में वाहन पार्किंग के अलावा सब कुछ हो रहा है। कहीं कोचिंग क्लास चल रहीं तो कहीं बेसमेंट में नर्सिंगहोम संचालित किए जा रहे हैं। तमाम व्यवसायिक काम बेसमेंट में किए जा रहे हैं और तो और बड़े कांप्लैक्सों में पार्किंग के बजाए बेसमेंट में दुकानें तक बनाकर बेच दी गयी हैं। ऐसा गली कूचों या फिर दूरदराज नहीं शहर के करीब या शहर के बीचों बीच हो रहा है। मेडा ने ऐसी बिल्डिंगों के मानचित्र बेसमेंट में पार्किंग की शर्त पर ही स्वीकृत किए हैं, लेकिन तमाम कांप्लैक्स या फिर ऐसी सभी बड़ी बिल्डिंगों के बेसमेंट में बजाए पार्किंग के कारोबारी काम हो रहे हैं। इनमें आने वाले लोगों की गाड़ियां बजाए कांप्लैक्स के बेसमेंट की पार्किंग के रोड पर खड़ी होकर शहर के ट्रैफिक के लिए मुसीबत बन रही हैं। मेडा सचिव आनंद सिंह ने बताया कि अभियान चलाकर ऐसे करीब 34 भवन चिन्हित किए जा चुके है। लेकिन चिन्हितकरण का काम यहीं भर नहीं ठहर गया है। फिल्ड स्टाफ को ऐसे तमाम भवनों को सर्वे करने के निर्देश दिए हैं जिनमें बेसमेंट में पार्किंग की शर्त पर मानचित्र स्वीकृत किया गया है, लेकिन जिनके बेसमेंट में व्यवसायिक गतिविधियों की जानकारी मिल ही है।

तीन मौतों के बाद टूटी नींद

नई दिल्ली के राजेन्द्र नगर इलाके में बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर में बारिश का पानी भर जाने के बाद आईएएस की तैयारी कर रहे तीन युवाओं की मौत की गूंज जब  देश भर में सुनाई दी मेडा समेत दिल्ली एनसीओर के तमाम प्राधिकरण के आला अफसर नींद से जाग गए। इस मामले में शासन का भी चाबुक चला। मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव नगर विकास ने तमाम प्राधिकरण अध्यक्ष को पत्र लिखकर ऐसे भवन चिन्हित कर कार्रवाई के निर्देश दिए जिनमें बेसमेंट में बजाए पार्किग के काेचिंग सेंटर, नर्सिंगहोम, वर्कशॉप, सैलून, मार्केट, लैब व ओपीडी सरीखी व्यवसायिक गतिविधियां चल रही हैं। शासन के निर्देश के बाद ही मेडा के अफसरों की नींद टूटी और एक ही झटक में 34 भवन चिन्हित कर लिए जिन पर कार्रवाई प्रचलित हैद्ध

अब इन इन इलाकों में अभियान  व कार्रवाई

बेसमेंट के दुरुपयोग मामले में मेड ने अब तक जिन इलाकों में कार्रवाई की उसकी शुरूआत पीएल शर्मा रोड से की गयी। यहां पहले ही दिन बेसमेंट में संचालित किए जा रहे चार कोचिंग सेंटर सील किए गए। इसके बाद नेहरू रोड पर, मवाना रोड, गंगानगर, रक्षापुरम, पल्लवपुरम में भी मेडा ने कार्रवाई कर बेसमेंट में व्यवसायिक गतिविधयों करने वालों पर सख्त एक्शन लेकर सील की कार्रवाई की। इसको लेकर मेडा के प्रवर्तन दल प्रभारी जेई राकेश राणा को कड़े प्रतिरोध का भी सामना करना पड़ा। कई बार उनको घेर भी लिया गया, लेकिन कार्रवाई नहीं रोकी गई। मेडा के जोनल अधिकारी अर्पित यादव ने बताया कि बेसमेंट का दुरूपयोग करने वालों के प्रति किसी प्रकार की रियायत का सवाल ही नहीं। प्राधिकरण उपाध्यक्ष इसकाे लेकर बेहद सख्त हैं।

बड़े स्तर पर चलेगा अभियान

प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने बताया कि बेसमेंट में व्यवसायिक कामों की इजाजत नहीं है। वाहक पार्किंग के अलावा किसी अन्य कार्य के लिए अनुमित नही। पूरे महानगर में जहां भी बेसमेंट में कारोबारी काम चल रह है वहां सील लगाए जाने के साथ ही नोटिस देकर ध्वस्तीकरण की भी कार्रवाई अमल में लायी जाएगी। उन्हाेंने शहर के लोगों से भी अपील की है कि बेसमेंट में चल रही कारोबारी गतिविधयों से दूर रहें। ऐसे स्थानों से कोई खरीदारी ना कि जाए। ऐसे तत्वों को निरूत्साहित किया जाना जरूरी है।क्योंकि यह सुरक्षा से जुड़ा मसला है।

इंसेट

शहर के 34 बेसमेंट में चल रही कारोबारी गतिविधियां

दिल्ली में बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर में तीन विद्यार्थियों की मौत के बाद मेडा की ओर से किए गए सर्वे में खुलासा हुआ कि 34 भवन में बेसमेंट का व्यवसायिक प्रयोग हो रहा है। दो दिन मेडा की टीम ने लाव-लश्कर के साथ अभियान चलाया। इसमें महज सात लोगों पर शिकंजा कसा जा सका। वहीं, अब मेडा की ओर से शनिवार को भी अभियान चलाने का दावा किया जा रहा है। दूसरी ओर, आवास एवं विकास परिषद के अफसर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। दफ्तर के महज 500 मीटर के दायरे में ही रिहाइशी भवनों में व्यवसायिक गतिविधियां हो रही हैं। बेसमेंट में ही अस्पताल, ओपीडी, शोरूम का संचालन हो रहा है। मेडा ने मंगलवार को 123 भवनों का सर्वे किया था। इसमें 74 भवनों का नक्शा पास मिला। इनके यहां बने बेसमेंट में 34 का व्यवसायिक प्रयोग होते मिला था। इसके अलावा 49 भवनों के बाद का नक्शा स्वीकृत नहीं मिला। इनमें चल रही 32 बेसमेंट भी व्यवसायिक गतिविधि के रूप में होता पाया गया। ऐसे में कुल 66 बेसमेंट में अवैध रूप से व्यावसायिक गतिविधियां हो रहीं हैं। मेडा की सर्वे रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। इनमें बेसमेंट में कोचिंग सेंटर, बारात घर, दुकान, जिम, लाइब्रेरी, लैब, स्टोर, ओपीडी, शॉपिंग सेंटर आदि के रूप में प्रयोग हो रहा है।

@Back Home


Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *