समाज में जतायी आस्था,
मेरठ में बड़ी संख्या में लोगों ने भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज की सदस्यता ग्रहण कर पद भार संभाल। उत्तर प्रदेश में भारतीय वाल्मीकि आदि धर्म समाज (रजि.) भारत को घर घर तक पहुंचाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष लोकेश टंडन के निर्देशन में मेरठ के भगवतपुरा स्थित भगवान वाल्मीकि धर्मशाला में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें भारी संख्या में लोगों ने भारतीय वाल्मीकि आदि धर्म समाज की सदस्यता भी ग्रहण की।
कार्यक्रम की शुरूआत भगवान वाल्मीकि और भारतीय वाल्मीकि आदि धर्म समाज के संस्थापक प्रथम आदि धर्म गुरु रत्नाकर जी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण कर ज्योति प्रकाश व मुक्ति माला के पाठ से किया गया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि संत शारदा मति ने भगवान वाल्मीकि और प्रभु रत्नाकर जी के विचारों को आगे बढ़ने का उपदेश दिया, तो वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय संचालक महेश टाँक ने बताया कि आदि धर्म के संस्थापक प्रभु रत्नाकर जी महाराज ने किन परिस्थितियों के चलते बाल अवस्था में ही गुरु ज्ञान नाथ महाराज के पास जाकर संत चोला धारण किया था और उसके बाद आदि धर्म की स्थापना कर वाल्मीकि समाज को एक नई पहचान दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 1964 में स्थापित भारतीय वाल्मीकि आदि धर्म समाज आज भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी भगवान वाल्मीकि का धर्म प्रचार कर प्रभु रत्नाकर के मिशन को आगे बढ़ा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष लोकेश टंडन ने अपने उद्बोधन में कहा कि बच्चों की सबसे बड़ी पाठशाला उसका घर होता है इसीलिए हम सबको अपने घर का माहौल ऐसा बनाना चाहिए जिससे बच्चा संस्कारवान हो और जो हमारी पहचान है यानि भगवान वाल्मीकि के बारे में सबको संपूर्ण जानकारी हो ताकि प्रभु रत्नाकर महाराज का मिशन “नशा मुक्ति, शिक्षा और संगठन” को जन-जन तक पहुंचाया जा सके।
लोकेश टंडन ने बताया कि मात्र 11 वर्ष की आयु में ही प्रभु ऋषि नाथ रत्नाकर जी महाराज ने अपने घर परिवार का त्याग करते हुए समाज के उत्थान के लिए शुरूआत कर दी थी । उन्होंने बाल्यकाल अवस्था में ही हिंदी, उर्दू, संस्कृत इंग्लिश सहित कई भाषाओं में महारथ हासिल की थी और उसके बाद संत चोला धारण कर भारत ही नहीं बल्कि न्यूजीलैंड, इंग्लैंड सहित कई देशों की यात्रा कर धर्म का प्रचार, प्रसार किया था। लोकेश टंडन ने कहा कि अब वह दिन दूर नहीं जब भारतीय वाल्मीकि आदि धर्म समाज और प्रभु रत्नाकर महाराज का मिशन उत्तर प्रदेश के घर-घर तक पहुंचेगा।
लोकेश टंडन ने कहा कि आगामी 29 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के बरेली में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें भारी संख्या में लोग भारतीय वाल्मीकि आदि धर्म समाज की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
कार्यक्रम के अध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी मोनिन्दर सूद ने कार्यक्रम का समापन करते हुए सभी नव नियुक्त पदाधिकारी व कार्यकतार्ओं को बधाई देते हुए संचालनकर्ता नवनियुक्त प्रदेश मीडिया प्रभारी विशाल बालूजा को शानदार व कुशल संचालन करने के लिए धन्यवाद दिया। मोनिन्दर सूद ने कहा कि भारतीय वाल्मीकि आदि धर्म समाज कोई राजनीतिक और सामाजिक मंच नहीं बल्कि एक धार्मिक संगठन है। इस संगठन को हमें उत्तर प्रदेश के घर घर तक पहुंचना है ताकि प्रभु रत्नाकर जी का मिशन आगे बढ़ सके और हमारे बच्चों का भविष्य बेहतर बन सके।
नियुक्ति पत्र देकर संगठन के सौंपे कार्यभार
तुलसी मोहन चड्डा प्रदेश सचिव, विशाल बालूजा प्रदेश मीडिया प्रभारी, शब्द प्रकाश उर्फ सत्य प्रदेश सदस्य
मदनपाल चावरिया क्षेत्रीय अध्यक्ष (प.यू.पी.), उषा चिंनोट क्षेत्रीय सचिव (प.यू.पी.), दिनेश शेरयार क्षेत्रीय उपाध्यक्ष (प.यू.पी.),
नंदकिशोर मचल मेरठ मंडल उपाध्यक्ष, नरेश टॉक मेरठ मंडल सचिव,
सोनू पार्चा जिला अध्यक्ष मेरठ, संदीप टांक जिला सचिव मेरठ, राजेश मेहरोल जिला कोषाध्यक्ष मेरठ, वीर भारत जिला सहसचिव मेरठ, ममता मति जिला सदस्य, सोहनवीर भगत जी जिला सदस्य सहित काफी संख्या में लोगों ने धर्म समाज की सदस्यता ग्रहण की।
कार्यक्रम में प्रथम दीक्षित संत माँ शारदा मति, प्रथम दीक्षित मदन पहलवान टाँक, राष्ट्रीय संचालक महेश टाँक, राष्ट्रीय निदेशक मुकेश पार्चा, केंद्रीय लेखा निरीक्षक राम जैनवाल, केंद्रीय प्रचार मंत्री मुकेश निमोर्ही, प्रदेश प्रभारी मनिंदर सूद, व प्रदेश अध्यक्ष लोकेश टंडन मंचासीन रहे।