फर्जी एसओजी दो सिपाही समेत 6 दबोचे

फर्जी एसओजी दो सिपाही समेत 6 दबोचे
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फर्जी एसओजी दो सिपाही समेत 6 दबोचे,

मेरठ /  थाना भावनपुर में तैनात सिपाही अमित शर्मा एक अपने एक कांस्टेबल साथी व एक हॉस्पिटल की रिसेप्सनिष्ट व तीन अन्य के साथ मिलकर राजस्थान में नकली एसओजी टीम चला रहे थे। ये अच्छे खासे पैसे वालों के अपना निशाना बनाते और धन वसूली करती। राजस्थान के झुंझनु के थाना बिसाऊ पुलिस ने पूरे गिरोह को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी की सूचना मेरठ एसएसपी को भेजी गयी है। आरोपी सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है।
गिरफ्तार किए गए इस गिरोह के पास से इनके पास हथियार और हथकड़ियां भी मिली हैं। झुंझुनु पुलिस ने मेरठ पुलिस को जानकारी दी है कि गुरूवार को एक फर्जी एसओजी गैंग का पदार्फाश किया। इस गैंग का सरगना उत्तर प्रदेश पुलिस का एक कांस्टेबल है, जो मेरठ के थाना भावनपुर में तैनात है। गिरोह में दो कांस्टेबल, एक युवती और तीन अन्य लोग शामिल हैं। डराते-धमकाते और लाखों की वसूली करते
अनपढ़ मगर पैसे वालों का शिकार
यह गैंग खासतौर पर उन लोगों को अपना शिकार बनाता था, जो कानून की जानकारी कम रखते थे और कम पढ़े-लिखे थे, लेकिन धनी थे। ये लोग खुद को एसओजी अधिकारी बताकर लोगों को डराते-धमकाते थे और उनसे लाखों रुपये वसूलते थे। फर्जी एसओजी की सूचना एक महिला यात्री ने बिसाऊ पुलिस को दी। बिसाऊ पुलिस ने बताया कि सूचना मिली थी कि चूरू-झुंझुनूं के बीच स्थित खासौली धाम से एक लाल रंग की यूपी नंबर की गाड़ी में सवार कुछ लोगों ने रोडवेज बस में यात्रा कर रही सवारियों में से एक महिला समेत कुछ लोगों को डरा-धमका कर उतारा और अपने वाहन में बिठाकर बिसाऊ की तरफ ले गए। ये खुद को यूपी एसओजी बता रहे थे। इनके पास हथकड़ी व हथियार भी थे।
पुलिस नाकाबंदी तोड़ी
एसपी झुंझनु शरद चौधरी ने बताया कि टीम गठित कर गांगियासर तिराहा पर नाकाबंदी शुरू की गई। बिसाऊ की तरफ से एक लाल रंग की कार आती हुई दिखाई दी। रोकने पर कार बैरिकेड्स को टक्कर मार कर भाग गई। कंट्रोल रूम से नाकाबंदी कराई गइ। इस बीच बदमाशों ने अपह्रत किए आरिफ और दोजी को कार से उतार दिया। बिसाऊ पुलिस ने कार का पीछा कर कोलिंडा गांव में आगे लगाकर गाड़ी को रूकवाया। कार की तलाशी तो इसमें 6 लोगों समेत रोडवेज बस से उतार कर लाए गए एक महिला व अन्य पुरूष बैठे थे।
फर्जी एसओजी गैंग में ये लोग थे शामिल
कार से छह लोग गिरफ्तार किए गए, जिनमें दो उत्तर प्रदेश पुलिस के कांस्टेबल हैं। आरोपियों की पहचान रिंकू सिंह (गिरोह का सरगना और मेरठ पुलिस कांस्टेबल), अमित कुमार (मेरठ पुलिस कांस्टेबल), मीनू रानी (हॉस्पिटल रिसेप्शनिस्ट), आकाश शर्मा (वकील), मुनकात (मजदूर) और अनुज (ड्राइवर) के रूप में हुई है। पुलिस कप्तान शरद चौधरी ने बताया कि रिंकू सिंह औरअमित कुमार उत्तर प्रदेश के मेरठ पुलिस के भावनपुर थाना में कांस्टेबल पद पर तैनात है। इसमें रिंकू सिंह गैंग का मुखिया है। मौके से पकड़ी गई युवती मीनूरानी एक हॉस्पिटल में रिसेप्सनिस्ट है। ये खुद को एसओजी अफसर बता कर डराते थे और लाखों की वसूली करते थे। इन्होंने कई वारदातें अंजाम दी हैं।

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