हॉस्पिटल के मालिक, मैनेजर व डाक्टर पर FIR,
मेरठ/सैन्य कर्मी की पत्नी करिश्मा की मौत मामले में लोहिया नगर पुलिस ने हॉस्पिटल के मालिक, मैनेजर, डिलीवरी करने वाली महिला डाक्टर व स्टाफ पर मुकदमा लिख लिया है। आरोप है कि लिफ्ट में फंसी करिश्मा को निकालने के बाद परिजनों ने स्टॉफ से जब इलाज करने को कहा तो उन्होंने हाथ तक लगाने से मना कर दिया और कहा कि किसी दूसरे हॉस्पिटल ले जाएं। परिजन उसको गढ़ रोड रोड स्थित एक बड़े अस्पताल में ले गए। वहां डाक्टर नहीं मिले। उसके बाद मिल्ट्री हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। मिल्ट्री हॉस्पिटल में एडमिट कराने के करीब 15 मिनट बाद करिश्मा को मृत घोषित कर दिया गया।
पति की तहरीर पर एफआईआर
मृतका के पति अंकुश मावी पुत्र रिछपाल की तहरीर पर पुलिस ने कैपिटल हॉस्पिटल के मालिक कपिल त्यागी, मैनेजर नरेन्द्र, महिला डाक्टर कविता भाटिया तथा स्टाफ के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। तहरीर में में अकुंश ने हॉस्पिटल में सामुहिक लापरवाही बरते जाने के आरोप लगाए हैं।
कर्मचारी निकाले, करिश्मा को दिया छोड़
कैपिटल हॉस्पिटल की लिफ्ट टूटने के बाद करिश्मा के साथ उसको नीचे लेकर आ रहे दो कर्मचारी भी फंस गए थे। परिजनों ने पुलिस को बताया कि स्टाफ व डाक्टरों ने मिलकर लिफ्ट में फंसे दोनों कर्मचारियों को तो निकाल लिया था, लेकिन करिश्मा को वहीं फंसी छोड़कर सभी वहां से भाग गए। यदि समय पर करिश्मा को निकाल लिया होता तो शायद आज इस दुनिया में होती, लेकिन ऐसा हो ना सका।
नहीं मिला इलाज
लिफ्ट में फंसी करिश्मा को यदि वक्त पर वहां से निकाल लिया जाता और इलाज मिल जाता तो शायद आज वो अपने परिवार के बीच होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लिफ्ट के टूटने के बाद कैपिटल हॉस्पिटल के डाक्टरों व स्टाफ ने मानवता दिखाते हुए करिश्मा को निकालने के बजाए फंसा रहने दिया। परिजनों ने जब किसी प्रकार निकाल लिया तो आरोप है कि हॉस्पिटल के स्टॉफ ने हाथ लगने से इंकार कर दिया। गढ़ रोड स्थित जिस बड़े हॉस्पिटल में उसको लेकर गए, वहां भी इलाज नहीं मिला। अंत में जब मिल्ट्री हॉस्पिटल लेकर गए तब तक काफी देर हो चुकी थी। उसको मृत घोषित कर दिया गया।
वर्जन
मृतका के पति की तहरीर पर फिलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जो फरार हैं उनकी तलाश की जा रही है।