पहले तनातनी अब हम साथ-साथ हैं,
मेरठ / जिला बार और मेरठ बार में लंबी खींचातन के बाद आखिरकार हाथ मिल ही गए। रविवार को जिला बार व मेरठ बार के पदाधिकारियों की एक ज्वाइंट मिटिंग हुई। मिटिंग खत्म होने के बाद प्रेस को जारी नोट में बताया गया कि गाजियाबाद में वकीलों पर लाठीचार्ज के विरोध में जिला बार व मेरठ बार के पदाधिकारियों ने सोमवार 11 नवंबर को कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया है।
मेरठ बार के अध्यक्ष रोहिताश्व अग्रवाल व महामंत्री अमित दीक्षित के हस्ताक्षर से जारी इस प्रेस नोट में जानकारी दी गयी है कि संयुक्त वार्ता में मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रोहिताश्वर अग्रवाल, महामंत्री अमित कुमार दीक्षित, पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र पाल शर्मा, अजय त्यागी, गजेन्द्र धामा, सतीश चंद्र गुप्ता तथा जिला बार के रविन्द्र सिंह, पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार तोमर, मिसबाहू सिद्दीकी, पूर्व महामंत्री मुकेश कुमार त्यागी, वरिष्ठ अधिवक्ता रामपाल सिंह मीवा उपस्थित रहे। इसमें तय किया गया कि 11 नवंबर को मेरठ बार एसोसिएशन व जिला बार एसोसिएशन से जुडेÞ सभी अधिवक्ता कार्य से विरत रहेंगे। उल्लेखनीय है कि गाजियाबाद में वकीलों पर लाठीचार्ज के विरोध में हड़ताल के सवाल पर दोनों बारों में ठन गयी थी। एक दूसरे के खिलाफ जाकर निर्णय लिए गए। पुतले फूंके गए। इसका तनतनी का साइड इफैक्ट गाजियाबाद में हुई वकीलों की एक बड़ी बैठक में नजर आया। उस बैठक को मेरठी वकीलों के लिए खासतौर से जिनका नाम पदाधिकारियों में शुमार है, के लिए अच्छा नहीं माना गया।