गरीब ही नहीं सरकार को भी चूना, मेरठ के कंकरखेड़ा स्थित आरएफसी के गोदाम पर पिछले करीब सात सालों से तैनात एक एसएमआई गरीब राशन कार्ड धारकों को ही नहीं बल्कि प्रदेश की योगी सरकार को भी चूना लगाने का काम कर रहा है। इसकी कारगुजारी का जब विरोध किया जाता है तो आरोप है कि यह एसएमआई हाईलेबल के कनेक्शन होने की बात कहकर धमकाना शुरू कर देता है। एक अनुमान के मुताबिक जब भी कंकरखेड़ा गोदाम से गरीब कार्ड धारकों के लिए डीलर गल्ला उठाने को आते हैं तो कारगुजारियां दिखाकर एक भारी भरकम रकम का चूना उन्हें लगा दिया जाता है। प्रदेश की योगी सरकार ने गरीब राशन कार्ड धारकों को गल्ला देने के लिए जो कायदे कानून तय किए हुए हैं आरोप है कि उन्हें यह एसएमआई उन्हें अपने बूटों तले रौंद रहा है। मसलन शासन का आदेश है और व्यवस्था तथा इंतजाम भी दिए गए हैं कि गल्ला 25 कुंतल की जो तराजू दी गयी है उस पर तोला जाए। लेकिन आरोप है कि इस एसएमआई के इशारे या सरकारी आदेशों के खिलाफ साजिश के चलते यह गल्ला प्राइवेट धर्मकांटे पर तुलवाया जाता है। ऐसा क्यों किया जाता है इसका खुलासा भी नाम न छापे जाने की शर्त पर राशन डिलरों ने किया है। उन्होंने बताया कि सीएम योगी के गरीबों को राशन पहुंचाने के प्रयासों को पलीता लगाने के लिए बजाए सरकार की ओर से जो कांटा दिया गया है उस पर वजन कराने के प्राइवेट धर्म कांटे पर गल्ला तुलवाया जा रहा है। इसके अलावा प्लास्टिक व जूट के कट्टों के तथा प्रति कुंतल के नाम पर जो परंपरागत उगाही चल रही है उसे तो कंकरखेड़ा गोदाम पर अब सिस्टम का हिस्सा बना लिया गया है।
सात सालों से जमे हैं एसएमआई
कंकरखेड़ा गोदाम पर उक्त एसएमआई पिछले करीब सात सालों से जमे हुए हैं। इस संबंध में जब एसएमआई सुरेन्द्र से आरोपों पर पूछा गया तो उनका कहा था कि इसका उत्तर डीएम देंगे या फिर आरएफसी, मुझे आरोपों पर कुछ नहीं कहना। वहीं मामले की शिकायत विधायक से भी की गयी है। मंडलायुक्त से भी की जाएगी।