पढ़ेरिया को जल्द से जल्द फांसी,
MEERUT/ छात्र प्रियांशु की अहमदाबाद में बर्बरता से की गई हत्या के विरोध में हत्यारे अहमदाबाद के पुलिस कर्मी वीरेंद्र सिंह पढ़ेरिया को जल्द से जल्द फांसी की सजा दिलाने हेतु छात्रों, समाजसेवी संस्थाओं , व्यापारियों व नागरिकों ने कमिश्नरी पार्क से अंबेडकर पार्क तक पैदल मौन मार्च निकाला गया।
विपुल सिंघल ने कहा कि बच्चे के हत्यारे को फास्ट ट्रैक कोर्ट से जल्द सजा दिलाने की मांग करना एक उचित और न्यायपूर्ण मांग है। फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना ही इसी उद्देश्य से की गई है कि गंभीर अपराधों की सुनवाई जल्दी से जल्दी हो और अपराधियों को सजा मिले। इसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों की सुनवाई में तेजी लाना है। फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से बच्चे के हत्यारे को जल्द सजा दिलाने से न केवल न्याय मिलेगा, बल्कि समाज में भी अपराधियों के प्रति सख्ती का संदेश जाएगा। छात्रों ने कहा कि इस मांग को पूरा करने के लिए हम एकजुट होकर जब तक हत्यारे को फांसी की सजा नहीं होगी अपनी आवाज उठाते रहेंगे जिसके लिए आवश्यकता हुई तो भूख हड़ताल भी करेंगे ताकि न्याय प्रणाली जल्द से जल्द इंसाफ करे । एफ आई आर लिखा जाना न्याय नहीं है अपितु न्याय की शुरुआत है , निर्णय जल्द आना चाहिए। हमारी मांग है कि बच्चे के हत्यारे को जल्द से जल्द फांसी की सजा हो।
डॉ अमित पाठक ने बच्चों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाने तथा बच्चों के अधिकारों और सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने की मांग की। सभी ने एकजुट होकर बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाई और अपराधी को फांसी की सजा दिलाने की मांग की।
पैदल मार्च के पश्चात अंबेडकर चौक पर प्रियांशु के चित्र के आगे मोमबत्ती जलाकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
इस मौके पर डॉक्टर अमित पाठक , ऐनुद्दीन शाह, विपुल सिंघल, संस्कार शर्मा, मिहिर नारंग, प्रणव जैन, मिहिका जैन, अर्जुन टंडन, नमन बत्रा, अनन्य सिंह, दिविज मेहरा, शुभांकर शर्मा, शिवम, आकाश खन्ना, विपुल सेठ, अपार मेहरा, रोहित जाखड़, डॉ आशुतोष टंडन ,राजीव मोहन अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में सेंट मैरिज एकेडमी के पुरातन छात्र, समाजसेवी संस्थान तथा व्यापारी मौजूद रहे।