हिदायत चौकसी की-लापरवाही परले दर्जे की,
अयोेध्या में 22 जनवरी के कार्यक्रम के मददे नजर सीएम के निर्देश
सिटी स्टेशन व रोडवेज के भैंसाली व शाेहराब गेट बस स्टैंड पर लापरवाही
महानगर के सभी प्रमुख बाजारों में भी रोज मर्राह सरीखा नजर आया नजारा
मेरठ। पीएम नरेन्द्र मोदी की मौजूदी में अयोध्या में 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मददे नजर सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने वीसी में मेरठ के अफसरों को चौकसी बतरने की हिदातय दी थी। साथ ही यह भी कहा गया था कि तमाम थाना क्षेत्रों में लगातार गश्त करायी जाए। गांव के चौकीदारों से संवाद स्थापित किया जाए ताकि माहौल खराब करने वालों व अमन के दुश्मनों के मंसूबों की लगातार खबर मिलती रहे। सार्वजिनक स्थलों को लेकर भी सावधानी बरते जाने की हिदायत सूबे के सीएम ने दी थी। सीएम के निर्देश पर किस प्रकार के इंतजाम किए गए हैं यह जानने के लिए यह संवाददाता ग्राउंड जीराें पर पहुंचा।
भैंसाली रोडवेज बस स्टैंड
शनिवार सुबह करीब 11 बजे सदर थाना क्षेत्र के भैंसाली रोडवेज बस स्टैंड पर अच्छी खासी भीड़भाड़ थी। स्टैंड के भीतर यहां से जाने वाले तमाम रूटों की कुछ बसें जाने को तैयार थीं। इनमें यात्री बैठ चुके थे। इनमें कुछ बसें देहरादून , कोटद्वारा व आगरा जैसे दूर के सफर पर जाने को तैयार थी। आगरा वाली बसें आमतौर पर यहां कम ही आती हैं। ज्यादातर आगरा की बसें शोहराब गेट रोडवेज स्टैंड से रवाना होती हैं। इसके अलावा भैंसाली रोडवेज के दूसरे गेट से मुजफ्फरनगर व आनंद बिहार जाने वाले यात्रियों को चालक व परिचालक खड़े होकर आवाजें लगा रहे थे। आनंद बिहार व गाजियाबाद के लिए जाने वाले कुछ बसें स्टैंड के बाहर भी खड़ी थीं। ये बसें पूरी तरह से भर चुकी थीं। लेकिन जितनी भी बसों की यहां बात की जा रही हैं, उनमें से किसी भी बस में ना तो सामान की चैकिंग की गयी और न ही यात्रियों की चैकिंग की गयी। यहां हम करीब एक घंटा तक मौजूद रहे, इसी उम्मीद में कि शायद सीएम के निर्देशों के मददे नजर एहितयात के तौर पर शायद चैकिंग के लिए कोई दस्ता आए, लेकिन वहां चैकिंग के लिए कोई नहीं पहुंचा। कुछ सवारियां ऐसी थी जो बसों के इंतजार में यात्री शेड में बैठी थीं। उनके पास काफी लगेज भी था, लेकिन फिर भी कोई भी कहीं चैकिंग नजर नहीं आयी। हां कुछ पुलिस वाले रोडबेज स्टैंड के बाहर जरूर खड़े नजर आए।
सोहराब गेट रोडवेज डिपो
दोपहर करीब दो बजे यहां काफी भीड़ भाड़ थी। इस स्टैंड पर बरेली, लखनऊ, आगरा, मुरादाबाद सरीखे दूर के रूटों के लिए आमतौर पर बसें आती जाती रहती हैं। कुछ बसें दूसरे राज्यों की भी यहां खड़ी थीं। यात्री उतर चढ़ रहे थे। कुछ बसें ऐसी थी जो कुछ देर के लिए यहां सवारियाें को लेने के लिए रूकी थीं। सोहराब गेट बस स्टैंड में पुलिस वालों के लिए एक केबिन बना हुआ है। इस केबिन के बराबर में ही एक बुक स्टाल पर है। दोपहर करीब दो बजे हल्की धूप छिटकी हुई थी। जो पुलिस वाले थे वो धूप का आनंद ले रहे थे। लेकिन चैकिंग के मदद नजर कुछ यहां सुबह सात बजे से दोपहर दो बजे तक किया गया हो, ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली। जो पुलिस वाले यहां मौजूद थे, उन्होंने भी चैकिंग सरीखी बात से अनभिज्ञता जाहिर की। उनका तो यह कहना था कि जब भी चैकिंग होती है तो उसका दस्ता अलग से आता है। वो दस्ता ही पूरे शहर में जगह-जगह चैकिंग करता है। लेकिन आज ऐसा कुछ नहीं हुआ है।
बाजारों में भी चौकसी नहीं
शहर के तमाम भीड़ वाले बाजारों में भी कहीं चैकिंग जैसी कोई बात नजर नहीं आयी। लालकुर्ती पैठ एरिया में जहां आमतौर पर इंस्पेक्टर लालकुर्ती को आए दिन चैकिंग करते देखा जा सकता है, उनको लेकर भी आज चैकिंग कराए जाने के संबंध में किसी प्रकार का अपडेट नहीं मिला। हापुड़ स्टैंड से सटा भगत सिंह मार्केट में भी आमतौर पर भीड़ काफी रहती है। वहां भी कोई चैकिंग या चौकसी जैसी बात नजर नहीं आयी। इसके अलावा भी जिन बाजारों में काल कर व्यापारियों से जानकारी ली गयी, वहां भी चैकिंग की जानकारी कहीं से नहीं मिली। ना शहर में और ना ही कैट के इलाके में।
ये थे निर्देश
सीएम योगी की ओर से 22 , 24 व 26 जनवरी को होने वाले कार्यक्रमों के मददे नजर पुलिस प्रशासन को चौकसी के निर्देश दिए गए हैं। थाना क्षेत्रों में लगातार गश्त। अति संवेदनशील व संवेदनशील इलाकों में चौकसी तथा गांव में नियुक्त चौकीदारों से लगातार संपर्क बनाए रखने को कहा गया है। गांव देहात को लेकर तो अपडेट नहीं मिल सकी, लेकिन जहां तक शहर की बात है तो यहां किसी भी बाजार में चैकिंग की जानकारी नहीं मिली।