होटल रूम में पुलिस की एंट्री को ना, जांच के नाम पर अब पुलिस सीधे होटल के रूम में नहीं घुस सकेगी। बकौल होटल कारोबारियों के यह वादा एसपी सिटी ने उनसे किया है। रूम में एंट्री तभी होगी जब पुलिस के पास पुख्ता सबूत होगा, केवल चैकिंग के नाम पर पुलिस रूम में नहीं एंट्री करेगी। सोमवार को मेरठ के पुलिस लाइन स्थित सभागार में एसपी सिटी पीयूष सिंह की होटल कारोबारियों के साथ बैठक हुई। सात फेरे विपुल सिंहल ने बताया कि एसपी सिटी ने होटल व्यवसायियों से अपने प्रतिष्ठान को सराय एक्ट में पंजीकृत कराने के लिए ज़ोर दिया। लखनऊ के होटल लेनोवो में लगी आग का हवाला देते हुए सभी होटल व लॉज व्यवसायियों से अग्निशमन यंत्र लगाने के लिए कहा गया और तत्पश्चात अग्निशमन विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए जाने की बात कही। विद्युत सुरक्षा विभाग से भी पंजीकरण करा अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए जाने पर कहा गया। एसपी सिटी ने आश्वासन दिया कि जब तक किसी कमरे में पुख्ता सूचना किसी गलत शख्स के होने की नहीं मिलेगी तब तक कोई भी पुलिसकर्मी कमरों को खुलवाने के लिए नहीं कहेगा। होटल के रिसेप्शन तक पुलिस का हस्तक्षेप रहेगा तथा पुलिस रिसेप्शन पर रखे रजिस्टर तथा होटल में रुके ग्राहकों के पहचान पत्र की जांच करने आ सकते हैं। विपुल सिंघल ने आश्वासन दिया कि मेरठ के सभी होटल व लॉज नगर निगम द्वारा पंजीकृत है, तथा नगर निगम के माध्यम से लाइसेंस प्राप्त किए हुए हैं जहां से मेरठ के समस्त होटल व लॉज की सूचना विभाग को मिल सकती है। होटल करनैल से सरदार नरेंद्र सिंह ने कहा कि सभी ग्राहकों का पहचान पत्र सभी होटल द्वारा लिया जाता है तथा उनके संदिग्ध पाए जाने पर उनकी सूचना भी समय-समय पर थाने में पुलिस चौकी पर दी जाती है । बैठक में विपुल सिंघल, सरदार नरेंद्र सिंह, विपिन अग्रवाल, रंजीत सिंह, राहुल छाबड़ा, अनिल अग्रवाल, अशित कौशिक सहित मेरठ के 100 से अधिक होटल व्यवसाई मौजूद रहे।