IIMT व ग्लोब मीडिया की गोष्ठीव ग्लोब मीडिया की गोष्ठी, मेरठ। हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर आईआईएमटी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मीडिया, फिल्म एंड टेलीविजन स्टडीज और ग्लोब मीडिया के संयुक्त तत्वावधान में संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में हिन्दी पत्रकारिता विषय पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता इतिहासकार डॉ. किरण सिंह और वरिष्ठ पत्रकार श्रीकांत अस्थाना ने हिन्दी पत्रकारिता के इतिहास से लेकर तकनीकी दौर में बदलती पत्रकारिता के विभित्र पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया। विभागीय डीन डॉ. रविन्द्र प्रताप राणा और वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. नरेन्द्र कुमार मिश्र ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
डॉ किरण सिंह ने कहा कि पत्रकारिता समाज एवं राष्ट्र की मार्गदर्शक और संरक्षक समेत विभित्र सकारात्मक भूमिकाओं का निर्वहन करती है। वर्तमान दौर में जब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस अपने पैर पसार रहा है ऐसे में पत्रकारिता का स्वरूप बदल सकता है, लेकिन आधारभूत तत्व ही किसी भी सूचना को समाचार की श्रेणी में खड़ा कर पाएंगे।
श्रीकांत अस्थाना ने बताया कि बेहतर होगा कि हम किसी भी प्रौद्योगिकी का अधिक जिम्मेदारी से उपयोग करें। इसे हम एक उपयोगिता या उपकरण की तरह ही काम में लाएं। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि तकनीक हमें नुकसान पहुँचाएगी और हमारा जीवन नष्ट कर देगी। उन्होंने कहा कि तकनीक कितनी भी उन्नत हो जाए, लेकिन मानव ही उसे निर्मित एवं संचालित करेगा।
डॉ. नरेन्द्र मिश्र ने कहा कि आने वाले समय में खोजी पत्रकार सबसे अधिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग करेंगे। उन्होंने ब्राजील के रोजी नामक रोबोट का जिक्र करते हुए पत्रकारिता में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की भूमिका को बताया। उन्होंने कहा कि मशीनें जीवन आसान ही करती हैं, बशर्ते सही रूप में उनका प्रयोग किया जाए।
डॉ. रविन्द्र प्रताप राणा ने कहा कि मीडिया जनता को निर्भीकता पूर्वक जागरूक करने, भ्रष्टाचार को उजागर करने, सत्ता पर तार्किक नियंत्रण एवं जनहित कार्यों की अभिवृद्धि में महती भूमिका निभाती है। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि कैसे बिना संस्थान के ही वर्तमान दौर में अकेला व्यक्ति भी अपने पत्रकारिता जुनून से सत्ता को ललकार सकता है।
कार्यक्रम के अंत में ग्लोब मीडिया के प्रबंध निदेशक नरेश उपाध्याय की ओर से पत्रकारों व पत्रकारिता के शिक्षकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। आईआईएमटी विश्वविद्यालय की ओर से डीन डॉ. रविन्द्र प्रताप राणा और विभागाध्यक्ष विशाल शर्मा ने अतिथि वक्ताओं को स्मृति चिन्ह देकर आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. विवेक सिंह, डॉ. पृथ्वी सेंगर, सचिन गोस्वामी, निशांत सागर, चंद्र मोहन मिश्रा, अभिषेक शर्मा और ज्ञान प्रकाश का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर विभोर गौड़ ने किया।