मेरठ में आयकर के छापे,
मेरठ/बागपत रोड पर विश्वकर्मा प्राइवेट इंडस्ट्रीयल एस्टेट लॉच करने वाले भाजपाई पृष्ठभूमि के दो बड़े बिल्डर कारोबारी कमल ठाकुर तथा संजय जैन के लिए मंगलवार अमंगलकारी साबित हुआ। दिन निकलते ही आयकर अफसरों का अमला उनके यहां छापा मारने पहुंच गया। उल्लेखनीय है कि विश्वकर्मा ग्रुप के इन पार्टनर ने पिछले दिनों यूपी के इन्वेस्टर्स समिति में करीब 80 करोड़ के एमओयू साइन किए थे। वहीं दूसरी ओर सूत्रों की मानें तो आयकर की इस कार्रवाई के तार देहरादून निवासी कांग्रेस के एक बडे राजीव जैन से जुडे हैं। राजीव जैन के बारे में बताया गया है कि वह संजय जैन के करीबी रिश्तेदार हैं। दोनों के बीच कारोबारी ट्यनिंग भी है। कमल ठाकुर पहले कमला नगर में रहते थे। करीब तीन साल पहले कमल ठाकुर न्यू शंभू नगर अपने नए मकान में शिफ्ट हो गए थे।
सुबह पांच बजे पहुंचे, मगर नहीं खुला गेट
टीपीनगर थाना क्षेत्र के कमला नगर में आयकर अफसरों का अमला सुबह करीब पांच बजे पहुंचा था। छापे के लिए अफसरों की अलग-अलग टीमें बनायी गयी थीं। कमल ठाकुर का जो पुराना मकान कमला नगर में स्थित है वहां भी अफसर पहुंचे। लेकिन अफसरों को गेट खुलवाने में करीब आधा घंटा मशक्त करनी पड़ी। दरअसल परिजनों से सोचा कि शायद बदमाश आ गए हैं। क्योंकि जो गेट खुलवाना चाहते थे, उनके साथ जो सुरक्षा कर्मी थे वो सादावर्दी में थे। जब यकीन दिला दिया गया आयकर के अफसर हैं तब कहीं जाकर गेट खुला और अफसर भीतर गए। लेकिन भीतर जाने पर पता चला कि कमल ठाकुर यहां नहीं रहते, उनका परिवार तीन साल पहले न्यू शंभु नगर में शिफ्ट हो गया है। आयकर अफसरों को शायद ऐसा होने की उम्मीद नहीं थी। वो तेजी से गाड़ी की ओर लपके और सीधे कमल ठाकुर के न्यू शंभु नगर आवास पर जा पहुंचे। माना जा रहा है कि आयकर अफसरों के पहुंचने से पहले उनके आने की खबर कमल ठाकुर को मिल गयी थी। इसी तर्ज पर व संजय जैन के आवास पर भी अफसरों का काफिला पहुंचा। आयकर की टीम ने मेरठ मॉल, न्यू शंभू नगर सहित अन्य ठिकानों पर जांच की। समाचार लिखे जाने तक अफसरों की कार्रवाई जारी थी।
व्यापारी नेताओं का हंगामा
आयकर के छापे की सूचना पर भाजपा से जुडेÞ तमाम व्यापारी नेता व समर्थक दोपहर को कमल ठाकुर के न्यू शंभु नगर स्थित आवास पर पहुंच गए। उन्होंने आते ही हंगामा शुरू कर दिया। जोर-जोर से गेट बजाने लगे। उन्होंने गेट जंप कर भीतर कूदने का प्रयास किया। इस पर सुरक्षा कर्मियों ने आपत्ति की। इस बीच भीतर कार्रवाई कर रहे अफसर बाहर निकल आए। उन्होंने डपटते हुए हंगामे का कारण पूछा और बताया कि आयकर की कार्रवाई चल रही है। इस पर हंगामा करने वालों ने कहा कि उनकी कमल ठाकुर से बात करायी जाए वो ठीक हैं या नहीं। आयकर अधिकारियों ने भीतर से ही कमल ठाकुर से बात करायीं। कमल ठाकुर ने सभी से वहां से चले जाने को कहा। उन्होंने कहा कि वह ठीक हैं। इसके बाद वह लौट गए। कमल ठाकुर के आवास पर पहुंचने वालों में व्यापार संघ के अध्यक्ष अजय गुप्ता, स. दलजीत सिंह, अंकित मुन, अंकुर गोयल, पवन मित्तल, नीरज त्यागी, रजनीश कौशल, सतेन्द्र अग्रवाल, मयंक जैन, धनंजय कालिया, सुधांशु जी महाराज, व ललित अमूल भी शामिल रहे।
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अफसरों ने छीने व्यापारी नेताओं के मोबाइल
आयकर के छापे की कार्रवाई के लेकर विरोध दर्ज कराने मेट्रो प्लाजा पहुंचे भाजपाई व्यापारी नेताओं और आयकर अफसरों के बीच झड़प हो गयी। आयकर अफसरों ने पवन मित्तल, अंकुर गोयल व संदीप रेवड़ी को वहीं हिरासत में लेने के अंदाजा में बैठा लिया। उनके मोबाइल छीन लिए। तीनों व्यापारी नेता काफी देर तक उनके कब्जे में रहे। हालांकि बाद में तीनों के मोबाइल भी वापस कर दिए और उन्हें जाने भी दिया। दरअसल तब तक आयकर अफसरों ने तीनों के बारे में जानकारी कर ली थी। दरअसल जैसे ही छापे की खबर मिली तो सारे व्यापारी नेता मेट्रो प्लाजा स्थिति कमल ठाकुर के आॅफिस जा पहुंचे, जहां आयकर अफसर फाइलें खंगाल रहे थे। व्यापारी नेताओं ने वहां हंगामा शुरू कर दिया। इस पर वहां मौजूद एक बडेÞ अफसर ने सुरक्षा कर्मियों से पवन मित्तल, अंकुर गोयल व संदीप रेवड़ी को हिरासत में लेने के अंदाज में भीतर ही बैठा लेने को कहा। तीनों के मोबाइल भी छीन लिए। देर तक उनके मोबाइल की जांच करते रहे। पवन मित्तल से आने की वजह पूछी तो उन्होंने पेमेंट के लिए आने की बात कही। अंकुर गोयल व संदीप रेबड़ी ने साफ बता दिया कि विरोध दर्ज कराने आए हैं। बाद मे जब माहैल शांत हुआ और बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ उसके बाद अफसरों का पारा भी नीचे आ गया। उन्होंने मोबाइल वापस कर काम में खलल ना डालने की बात कहकर तीनों को वहां से चले जाने को कहा। यहां से ये सभी लोग सीधे न्यू शंभु नगर जा पहुंचे। वहां से संजय जैन के आवास पर कमला नगर पहुंचे।
नर्वस नजर आए संजय जैन
आयकर की कार्रवाई के बाद संजय जैन बेहद नर्वस नजर आए। हालांकि उनके आवास पर पहुंचे व्यापारियों ने उनका ढांढस बधाया और कहा कि वह खुद को अकेला ना समझे। सभी लोग उनके साथ हैं। कारोबार कर रहे हैं कोई चोरी नहीं कर रहे। हालांकि संजय जैन के आवास पर भी व्यापारी नेताओं को रूकने नहीं दिया गया।