जांच व कार्रवाई कराए एमडी पावर, विद्युत नगरीय वितरण खंड प्रथम घंटाघर मेरठ द्वारा विभाग के पूर्व SDO योगेन्द्र कुमार अष्टम वे पूर्व JE सुनील कुमार द्वारा साथ धोखाधड़ी भ्रष्टाचार करते हुए बड़े पैमाने पर किया गया खेल किया गया। सामाजिक कार्यकर्ता पंडित नरेश शर्मा ने आरोप लगाया कि ये मामला है मेरठ में शीश महल निकट लाला का बाजार मेरठ का जहाँ आज से 6 साल पहले तक एक ट्रांसफार्मर 630 का लगा हुआ था एक ट्रांसफार्मर 400 का उसके बाद आए घंटाघर बिजली घर पर JE सुनील कुमार वे उपखण्ड अधिकारी योगेन्द्र कुमार अष्टम ने लाला का बाजार में अवैध रूप से बने बिना नक्शे पास हुए 4 मंजिला कमर्शियल काम्प्लेक्स को लगभग 18 से 25 कनेक्शन बिना इंटिमेट बिना ट्रांसफार्मर लगाए मोटी रकम अवैध वसूली करके जारी कर दिए जिसमें JE से लेकर उपखंड अधिकारी अष्टम योगेन्द्र कुमार वे उच्च अधिकारियों का भी हिस्सा हुआ और कनेक्शन देने के बाद जब इन दोनों ट्रांसफार्मर पर लोड बड़ा तो JE वे SDO ने मिलकर खेल करते हुए ओवर लोड बता कर विभाग से 250 का ट्रांसफार्मर माँगा जिस 250 के ट्रांसफार्मर पर लोड काटते हुए दो लीड बना कर एक लीड से तो 5 मंजिला अवैध फ्लेटों के लगभग 40 कनेक्शनों को बिजली आपूर्ति सप्लाई दे दी और एक लीड से अवैध वसूली करके दिए गए 4 मंजिला कमर्शियल काम्प्लेक्स को सप्लाई दे दी उसके बाद भी आज तक ओवर लोड बता कर एक 400 के ट्रांसफार्मर की ट्रॉली खड़ी कर दी और आज तक इतनी बार उच्च अधिकारियों से इस प्रकरण की जांच के लिए शिकायत की गई पर आज तक कोई विभागीय कार्रवाई नहीं हुई क्यों कि यदि विभागीय कार्रवाई होगी तो डिविजन के अधिकारियों पर गाज गिर जाएगी जिन अपराधियों ने मोटी रकम वसूली करके लाखो रूपए का घोटाला विभाग को दिया है इस ही SDO योगेन्द्र कुमार अष्टम ने कानून गोयान स्थित एक व्यवसायिक परिसर को काम्प्लेक्स बताते हुए उपभोक्ता को फंसा दिया और लगातर चक्कर लगवा रहे हैं वजह बस इतनी थी कि SDO ने 50000 रिश्वत मांगी थी वो हमने दी नहीं इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच हुई तो ना जाने कितने बड़े बड़े सत्य वादी अधिकारी इस मामले में शामिल मिलेंगे जिन्होंने विभाग को लाखो करोड़ों का चूना लगाया है और आज भी लगा रहे हैं(
इसके अलावा नोएडा EDD4 दादरी मे एनटीपीसी रोड बिजली घर के खटाना गांव में एक 11 हजार की लाइन को एक खम्बे से दूसरे खम्बे पर बिना एस्टीमेट ही शिफ्ट कर दिया और खाली खंबा अभी भी खेत में ही खड़ा है उसे नियम अनुसार स्टोर रूम में जमा नहीं किया गया इसमें भी संविदा कर्मी शिवम धर्मेंद्र उर्फ विकास और JE संजय सिंह का हाथ है इस बिजलीघर में यह शायद छठी सातवीं शिकायत है बिना एस्टीमेट के खंबे या लाइन शिफ्ट करने की, आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इससे विद्युत विभाग को कितनी भारी वित्तीय क्षति पहुंच रही होगी कृपया जांच करके दोषियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही करें।