जांच में पावर अफसर का कसूर,
-जांच कमेटी ने पाया दोषी, फिर भी कार्रवाई नहीं
– मुंह काला करने के प्रकरण में सात माह से पीड़ित को इंसाफ का इंतजार
मेरठ। पीवीवीएनएल मुख्यालय से जांच रिपोर्ट उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लखनऊ को भेजे जाने के बाद भी अभी तक आरोपी एक्शियन के खिलाफ लखनऊ में बैठे अफसर विभागीय कार्रवाई के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर इसे शर्मनाक घटना के पीड़ित टीजी-टू प्रवीण कुमार का कहना है कि वह एमडी पावर से एक बार फिर मिलकर शर्मसार करने वाली घटना के प्रमुख सूत्राधार आरोपी अफसर पर कार्रवाई का आग्रह करेंगे। उन्होंने बताया कि जब तक आरोपी अफसर पर कार्रवाई नहीं हो जाती तब तक चुप बैठने वाले नहीं।
यह है पूरा मामला
बीते साल 29 मई को टीजी-टू प्रवीण व उनके एक अन्य सहयोगी को नोएडा के मुख्य अभियंता के कार्यालय में देर रात बुलाकर उनके मुंह पर कालिख पुतलवा दी गयी। इस मामले को लेकर पीवीवीएनएल स्टाफ में जमकर बबाल हुआ था। मामले की गूंज केवल पीवीवीवीएनएल ही नहीं बल्कि लखनऊ तक सुनाई दी गयी थी। प्रदेश भर के तमाम डिस्कॉम में यह मामला गूंजा था तथा घोर निंदा की गयी थी।
जांच कमेटी की रिपोर्ट में दोषी
मामले की गंभीरता को देखते हुए एमडी पावर ने तीन सदस्यीय एक जांच कमेटी का गठन करा दिया था। पीड़ित प्रवीण कुमार का कहना है कि जांच कमेटी ने उक्त घटना को तथा पीड़ितों द्वारा लगाए गए आरोपों को सही पाया। इतना ही नहीं जांच कमेटी को साक्ष्य भी सौंपे गए थे। जिसके आधार पर जांच कमेटी ने उक्त शर्मसार करने वाली घटना को सत्य माना
जांच रिपोर्ट लखनऊ
उक्त जांच की आख्या डिस्कॉम द्वारा 21 सितंबर 2023 को पावर निगम मुख्यालय लखनऊ को भेजी जा चुकी है, परंतु 4 माह से अधिक का समय बीत जाने पर भी निगम मुख्यालय से अभी तक कोई भी कार्यवाही दोषी अधिकारी के विरुद्ध नहीं की गयी है, जबकि इस प्रकरण में एक दलित वर्ग के कर्मचारी पर मीटर बदलने के एवज में रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए नोएडा के मुख्य अभियंता द्वारा बीते साल 29 मई की रात्रि में लगभग 11 बजे अपने कार्यालय बुलाकर अमानवीय कृत्य यथा जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर अपमानित करने,जान से मारने की धमकी देने और चेहरे पर कालिख पुतवाने जैसा कार्य किया गया।
इस जांच रिपोर्ट को लखनऊ भेजे करीब चार माह का समय हो चुका है। लेकिन अभी तक मुंह काला कराने के आरोपी मुख्य अभियंता व इस कांड में शामिल अन्य के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी है। इस मामले को सामाजिक संगठन इति भ्रष्टाचार के पंड़ित नरेश शर्मा ने भी पूरजोर तरीके से आवाज उठायी है। उन्होंने जानकारी कि पूरे प्रकरण की जानकारी उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम देवराज को भी भेजी गयी है। पूरी उम्मीद है कि शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दिलाने वाले अफसर पर कार्रवाई जरूर की जाएगी।
सीएम व ऊर्जा मंत्री से शिकायत
पीड़ित टीजी-टू प्रवीण ने बताया कि उन्होंने इस मामले की शिकायत सूबे के सीएम व ऊर्जा मंत्री को भी भेजी है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि सीएम योगी जरूर अन्याय करने वाले अफसर को सजा देंगे। पीड़ित का कहना है कि उनके ऊपर जो भी आरोप लगाए गए वो झूठे पाए गए हैं, लेकिन इसके बाद भी आरोपी अफसर के खिलाफ कार्रवाई में हो रही देरी से वह खिन्न हैं। उन्होंने कहा कि सजा ऐसी मिले जो नजीर बने।