जानलेवा थी बीमारी-बचाई मरीज की जान, एलएलआरएम मेडिकल मेरठ के चिकित्सकों ने जानलेवा दर्द व बीमारे से जुझ रहे एक मरीज की पेरीफेरल एंजियो प्लास्टी कर जान बचाल ली। मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉक्टर वी डी पांडे ने बताया की अशोक उम्र 66 साल निवासी सिसौली, जनपद मेरठ के बाये हाथ में कंधे से हाथ के पंजे तक पिछले कुछ महीनों से बहुत तेज दर्द रहता था बाएं हाथ की पल्स भी नहीं आ रही थी। उन्होंने मेरठ के कई चिकित्सकों से सलाह ली थी और हाथ की एंजियोग्राफी भी करवाई थी। एंजियोग्राफी में पता चला की उनके बाएं हाथ की सबक्लेवियन आर्टरी पूरी तरह से बंद है। मेरठ शहर के चिकित्सकों के इलाज से लाभ ना मिलने से वह बहुत ही परेशान थे तब उन्होंने मेडिकल कॉलेज मेरठ के हृदय रोग विभाग की ओपीडी में डॉ धीरज सोनी सह आचार्य एवम विभागाध्यक्ष हृदय रोग विभाग से सलाह ली। डा. धीरज सोनी ने बताया कि अशोक ओ पी डी में सलाह ली उनके अपर लिंब की एंजियोग्राफी की गई जिससे पता चला कि उनकी बाएं हाथ की नस बंद है। इकोकार्डियोग्राफी करके पता चला कि उनका हृदय केवल 20% ही काम कर रहा है उनकी स्थिति गंभीर थी उनका ऑपरेशन करना अत्यंत आवश्यक था। उनके बाएं हाथ की पेरीफेरल एनजीओप्लास्टि की गई तथा स्टंट डालकर बंद नस को खोल दिया गया। इस तरह के मरीज का इलाज अगर सही समय पर ना किया जाए तो उनका हाथ काला पड़ जाता है, गैंग्रीन हो जाती है तथा हाथ को काटना पड़ता है। इस तरह का आपरेशन मेडिकल कालेज में पहली बार किया गया है। अशोक गरीब मरीज है लेकिन वो आयुष्मान लाभार्थी हैं उनका इलाज आयुषमान योजना अंतर्गत निः शुल्क किया गया है। मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ आर सी गुप्ता ने डॉ धीरज सोनी एवं उनकी टीम को सफल ऑपरेशन के लिए बधाई दी।