लाश को एक घंटे इंतजार कराया पुलिस ने, भावनपुर थाना से गांव रूकनपुर तक आने में पुलिस वालों ने एक घंटा लगा दिया। पुलिस के इंतजार में रूकनपुर के किसान का शव एक घंटा तक बिजली के पोल पर लगे ट्रांसफार्मर पर लटका रहा। किसान की मौत मामले में पुलिस जहां देरी से पहुंचने की कसूरवार है वहीं दूसरी ओर पुलिस से बड़े कसूरवार बिजलीघर के स्टाफ के लोग हैं, जिन्होंने किसान से कह दिया कि जाकर खुद ही जंफर जोड़ ले और लाइन चालू कर दी।
यह है पूरा मामला
भावनपुर थाना के गांव रूकनपुर निवासी पूरन चंद का खेत है। सोमवार की सुबह वह खेतों पर पहुंचे तो देखा कि जंफर उड़ा हुआ है। बकौल गांव वालों के जंफर जुड़वाने के लिए पूरन चंद एक युवक के साथ बिजलीघर जा पहुंचे। वहां बिजलीघर पर मौजूद स्टाफ से उन्होंने जंगल में पोल पर लगे ट्रांसफार्मर से जंफर जोड़ने को कहा। बिजलीघर पर मौजूद स्टाफ ने बजाए खुद माैके पर पहुंचकर जंफर जोड़ने के आरोप है कि पूरन से कह दिया कि यहां बिजलीघर पर शट डाउन ले लिया है वह खुद ही जाकर जंफर जोड़ ले। गांव वालों ने बताया कि वहां मौजूद स्टाफ ने पूरन के सामने शट डाउन लिया। पूरन तेजी से जंगल में पहुंचा और पोल पर चढकर जंफर जोड़ने लगा लेकिन उसी वक्त अचानक बिजलीघर से जो शट डाउन लिया गया था, उसको हटाकर लाइन चालू कर दी गयी। जिस वक्त लाइन चालू की गयी पूरन पोल पर चढकर जंफर जोड. रहा था, अचानक तेज धमका हुआ। और अगले ही पल ट्रांसफार्मर पर पूरन की लाश पड़ी हुई थी। लाइन चालू किए जाने के बाद ट्रांसफार्मर ही पूरन का शव जलना शुरू हो गया। आसपास के खेतों पर काम रहे किसानों व मजदूरों ने यह देखा तो वह शोर मचाते हुए दौड़े कुछ ने बिजलीघर पर काल की तो वहां से लाइन बंद करायी गयी, लेकिन तब तक पूरन दुनिया छोड़ चुका था।
भावनपुर पुलिस की लेटलतीफी
घटना से गांव रूकनपुर में हड़कंप मच गया। केवल रूकनपुर ही नहीं आसपास के गांवों के लोग भी वहां पहुंच गए। सैकडों लोग जमा हो गए, लेकिन बार-बार काल किए जाने के बाद भी चंद मिनटों की दूरी पार करने में भावनपुर पुलिस ने एक घंटे का वक्त लगा दिया। इससे गांव वालों में एसओ भावनपुर के प्रति जबरदस्त नाराजगी देखी गयी। लाइन बंद होने की बात पुख्ता करने के बाद किसी प्रकार पूरन का शव नीचे उतारा गया। उसको पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया।
बिजलीघर का स्टाफ गायब
बिजलीघर के स्टाफ की लापरवाही व कारगुजारी से एक शख्स की जान चली गयी, लेकिन सूचना दिए जाने के बाद भी बिजलीघर से कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा। यहां तक कि इस घटना के बाद गांव वालों की काल भी रिसीव करनी बंद कर दी। कुछ लोग बिजलीघर पहुंचे लेकिन वहां स्टाफ का एक भी बंदा नहीं मिला।
पत्नी की हो चुकी है मौत
गांव के लाेगों ने बताया कि बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से जान गंवाने वाले पचास साल के पूरन की पत्नी की काफी पहले मौत हो चुकी है। वह अपने परिवार का बड़ा सहारा था। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीं दूसरी ओर गांव वाले जहां बिजलीघर के स्टाफ की लापरवाही से नाराज नजर आए वहीं दूसरी ओर पुलिस के देरी से पहुंचने से भी खासे नाराज दिखे।