लवी पाल को मारी गोली/
MEERUT/ कॉमेडियन सुनील पाल व सिने कलाकार मुश्ताक के खान के मास्टर माइंड लवी पॉल को पुलिस ने सोमवार को बिजनौर में हुई मुठभेड़ में गोली मार दी। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि उसका साथी मौके से फरार हो गया। मेरठ और बिजनौर पुलिस का मिलाकर लवी पाल पर 50 हजार का इनाम था। मुठभेड़ में पुलिस की गोली से घायल लवी पाल को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। 2 दिसंबर को मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस वे स्थित एक ढावे से कॉमेडियन सुनील पाल को अगवा करने के मामले में लवी पाल का नाम आया था। केवल सुनील पाल ही नहीं बल्कि अभिनेता मुश्ताक खान के अपहरण कांड का मास्टर माइंड भी लवी पाल को बताया जा रहा है। मुठभेड़ घायल लवी पाल के पास से एक तमंचा, तीन जिंदा कारतूस 35 हजार रुपए का नगद कैश बरामद किया। जबकि आरोपी का साथी व मौसेरा भाई अंधेरे का फायदा उठाकर कर भाग गया।
छका रहा था पुलिस को
अपहरण कांड का मास्टर माइंड लवी पाल कई दिन से पुलिस को छका रहा था। ऐसा नहीं कि इसकी लोकेशन पुलिस ट्रेस नहीं कर पा रही थी। इसकी लोकशन भी ट्रेस हो रही थी और जहां भी यह ठिकाना बनाता था, वहां पुलिस दबिश को भी जाती थी, लेकिन पुलिस की दबिश से पहले ही लवी पाल ठिकाना छोड़ देता था। उसकी लगातार दिल्ली में भी लोकेशन मिल रही थी। मेरठ पुलिस ने तो दिल्ली में परमानेंट डेरा डाल दिया था, लेकिन बाद में दिल्ली में लोकेशन मिलनी बंद हो गई थी। मेरठ ही नहीं बिजनौर पुलिस भी लवी पाल की तलाश में जगह-जगह खाक छान रही थी।
सरेंडर की अर्जी ले ली थी वापस
कॉमेडियन सुनील पाल व अभिनेता मुश्ताक खान के अपहरण कांड के हाइप्रोफाइल होने के चलते मेरठ व बिजनौर पुलिस द्वारा 25-25 हजार के इनाम के एलान के बाद माना जा रहा है कि लवी पाल को अहसास हो गया था कि उसके अब गिने चुने दिन बाकि रह गए हैं। उसको पुलिस एनकाउंटर का भी शायद डर सता रहा था। माना जा रहा है कि इसीलिए उसने अपने वकील की मार्फत बिजनौर की एक कोर्ट में सरेंडर की अर्जी लगाई थी। सरेंडर की अर्जी के बाद पुलिस भी चौकन्नी हो गयी थी। ठान लिया गया था कि सरेंडर से पहले ही दबोचा जाएगा। जिसके चलते बीते 18 दिसंबर को लवी पाल ने वकील की मार्फत सरेंडर की अर्जी वापस ले ली।
इवेंट मैनेजर ने करायी थी FIR
बीते 9 दिसंबर को अभिनेता मुश्ताक मौहम्मद खान के इवेंट मैनेजर शिवम यादव ने थाना शहर कोतवाली पर अभिनेता मुश्ताक मौहम्मद खान के अपहरण फिरौती का मुकदमा दर्ज कराया था। मुश्ताक खान अपहरण में शामिल आरोपी सार्थक चौधरी उर्फ रिक्की, सबीउद्दीन उर्फ सैबी, अजीम , शशांक कुमार, शिवा,आकाश उर्फ गोला उर्फ दीपेंद्र पहले ही जेल जा चुके हैं, जबकि मास्टर माइंड व अपहरणकांड का मुख्य आरोपी 50 हजारी लवी उर्फ सुशान्त उर्फ हिमांशु पुत्र स्व. जयपाल सिंह निवासी नई बस्ती थाना शहर कोतवाली फरार चल रहा था।
मिलने आया था
बताया जाता है कि सोमवार तड़के पुलिस टीम को मुखबिर ने सूचना दी कि अपहरण का मुख्य आरोपी 50 हजार का ईनामी आरोपी लवी पॉल अपने साथी मौसेरे भाई शुभम के साथ मंडावर रोड जैन फार्म में ट्यूबवैल पर किसी से मिलने आ रहे है। मुखबिर की सूचना पर स्वाट सर्विलांस व थाना शहर कोतवाली पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को दबोचने का का प्रयास किया। एक आरोपी ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर कर दिया। पुलिस टीम ने जवाबी फायरिंग की तो गोली आरोपी के पैर में लगी। उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। इसकी गिरफ्तारी के लिए जंगल में कांबिग की गई।
बिजनौर के एसपी एसपी अभिषेक झा ने बताया कि अपहरणकांड का मुख्य आरोपी लवीपाल को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। इसका एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया। अपहरण कांड में शामिल आठ आरोपी अब तक जेल जा चुके हैं। दो आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीम लगी है।