लाइसेंस हेमलेट नहीं सिर्फ जुगाड़, शहर के करीब 9 चौराहों पर लगाए गए कैमरों के आन लाइन यानि ई चालान से बचाना है तो उसके लिए न तो आपको अपनी गाड़ी के लाइसेंस की जरूरत है न ही हेलमेट या सीट बैल्ट और न ही पोल्यूशन सर्टिफिकेट की। क्योंकि ये तमाम चीजें यदि आपके पास हैं तो भी इस बात की कोई गारंटी नहीं कि आपका चालान नहीं होगा। इसके बाद भी हाई स्पीड, चौराहा जंप या किसी अन्य वजह के चलते आपका चालान कर दिया जाए। ई चालान वाया मोबाइल आपके घर जा पहुंचे। भारी भरकम जुर्माना आपको भरना पड़ेगा ही। मेरठ की बेपटरी यातायात व्यवस्था को सुधारने के नाम पर एसपी ट्रैफिक मेरठ के निर्देश पर पूरे शहर में जगह-जगह चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। अब तक करीब 9 कैमरे लग चुके हैं। तनिक सी भी चूक हुई और वाहन की नंबर प्लेट को चौराहे पर लगा कैमरा कैप्चर करेगा और सीधे भारी भरकम चालान आपकी जेब कब काट कर ले गया पता भी नहीं चलेगा। लेकिन इससे बचा भी जा सकता है, उसके लिए करना यह है कि ना तो लाइसेंस न हेलमेट बस जुगाड़ ही काफी होगा आपके लिए। ये व्यंग सिस्टम को चलाने वालों पर है। शहर में जगह-जगह जुगाड़ वाहन बेरोक टोक चल रहे हैं, उन पर रोकटोक करने वाला कोई नहीं। इसके इतर यदि पूरे पेपर के साथ जो वाहन चल रहे हैं वो इस प्रकार की चलान की जद में होंगे। ट्रैफिक पुलिस का ऐसे जुगाड़ वाहनों पर कोई जाेर नहीं चलता। ये जुगाड़ वाहन पूरे शहर में बगैर किसी रोकटोक के दौड़ ही नहीं रहे, यातायात नियम को भी ठेंगा दिखा रहे हैं। ऐसा क्या हैं इसका उत्तर तो एसपी ट्रेफिक ही दे सकते हैं, उनसे संपर्क करने का प्रयास भी किया गया, लेकिन बात नहीं हाे सकी। लेकिन कुछ जागरूक शहरवासी इसको लेकर सिस्टम को जगाने का प्रयास कर रहे हैं। सामाजिक सरोकारों से जुड़े विपुल सिंहल ने इस ओर मंडलायुक्त का ध्यान दिलाने का प्रयास मंगलवार मार्निंग में किया है।