LLRM में योग पर व्याख्यान, विश्व विद्यालय अनुदान आयोग के आदेश के क्रम में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2022 के उपलक्ष्य में अप्रैल से 21 जून 2022 तक लगातार योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन मेडिकल कॉलेज मेरठ में किया जा रहा है। इसी के क्रम में आज दिनाँक 18/06/23 को दोपहर 1 बजे मेडिकल कालेज ऑडिटोरियम में एक व्याख्यान आयोजित किया गया जिसका विषय था योग के प्रति प्रचलित मिथक अथवा भ्रांतियों को दूर करना रहा। इसमें योग को लेकर विस्तार से प्रकार डाला गया। योग की अनेक विधाओं की जानकारी दी गयी। उनको विस्तार से समझाया गया। योग जीवन में अब एक महत्वपूर्ण व अनिवार्य अंग हो गया है। केवल भारत ही नहीं विदेशों में भी योग को स्वीकार्यकता मिली है। लोग अब योग को किसी खास धर्म या पंत के चश्मे से नहीं देखते हैं। विश्व का कोई एक भी देश ऐसा नहीं जहां योग को मान्यता न मिली हो। विश्व को यह भारत की देन है।
डा. मोहित शर्मा का व्याख्यान
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डॉ आर सी गुप्ता ने की। मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ वी डी पाण्डेय ने बताया कि यह व्याख्यान डॉ मोहित शर्मा कार्डिओ थोरेसिक सर्जन, सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज, जयपुर द्वारा दिया गया।मुख्य वक्ता डॉ मोहित ने व्याख्यान का महत्व बताते हुए कहा कि हम तीन तरीके से किसी की बात को सुनते हैं पलहा बुद्धि से सुनना, दूसरा भावनात्मक सुनना, तीसरा तरीका है मन से सुनना। सुनाने से जागरूक आती है और सुन कर मनन करना चाहिए। योग का अर्थ होता है जोड़ना। भ्रांति समाज मे यह व्याप्त है कि योग एक इलाज की पद्धति है जबकि योग एक जीवन शैली है। कर्म को निपुणता से करना योग है। किसी भी व्यक्ति के मानसिक, शारिरिक, आध्यात्मिक एवम सामाजिक रूप से अच्छा होना स्वास्थ्य कहलाता है। योग कार्यक्रम की प्रभारी अधिकारी डॉ ललिता चौधरी ने कार्यक्रम को प्रारम्भ किया तथा डॉ मोहित शर्मा से परिचय करवाया। डॉ स्वेता शर्मा ने मंच संचालन किया तथा डॉ वी डी पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर मेडिकल कालेज के वरिष्ठ एवम कनिष्ठ संकाय सदस्य, छात्र छात्रायें आदि उपस्थित रहे।