मातृ दिवस पर जननी की आराधना

मातृ दिवस पर जननी की आराधना
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मातृ दिवस पर जननी की आराधना, ऐ मां तेरी सूरत से अलग भगवान की सूरत क्या होगी, तू है तो अंधेरे पथ में हमें सूरज की जरूरत क्या होगी।कुछ ऐसा ही भाव जननी के लिए मातृ दिवस को मनाया गया।  पर्यावरण एवं स्वच्छता क्लब द्वारा मातृ दिवस के अवसर पर चरण स्पर्श कार्यक्रम का आयोजन सात फेरे रेस्टोरेंट गढ़ रोड मेरठ पर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में बच्चे द्वारा अपनी माता श्रीमती मुकेश सिंह, लक्ष्मी शर्मा, ऋचा सिंह , पिंकी ,नीलम, सुरभि के चरण धो कर , पटका पहनाकर आशीर्वाद प्राप्त किया और मातृ दिवस के अर्थ को कृतार्थ किया। आयुष पीयूष ने कहा की हमारे शास्त्रों में माँ को देवताओं के समान पूजनीय बताया गया है। इस संसार में माँ की तुलना किसी अन्य से नहीं की जा सकती। परिवार में माँ का महत्व सबसे बड़ा है। घर-परिवार को सम्भालने के साथ माँ अपनी सन्तान का पालन-पोषण भी करती है और उसका प्रत्येग दुःख-दर्द दूर करने के लिए दिन-रात रहती है। विपुल सिंघल ने इस अवसर पर कहा कि दुनिया में हर इंसान का अस्तित्व उसकी माँ के कारण ही होता है। भगवान ने इस संसार के पालन-पोषण के सारे अधिकार माँ को दिए हैं। फिर चाहे वह इन्सान हो या जानवर हो। माँ हर रूप में अपने बच्चों को पालती है। एक व्यक्ति की सफलता के पीछे उसके माँ के दिए संस्कार ही होते हैं। उन्होंने कहा कि मां का दर्जा ई श्वर से भी बढकर है ऊंचा है। मां की तुलना किसी से नहीं की जा सकती। मां ही पहली गुरू भी होती है। ये मां ही होती है जो अपनी संतान के लिए किसी भी लड़ जाती है। बच्चों को दुनिया में सबसे ज्यादा सुरक्षित मां की गोद में ही समझा जाता है।  विपुल सिंहल के उदगार दिल को छूने वाले थे। इस मौके पर आयुष गोयल, पियूष गोयल, विपुल सिंघल, डॉ ओमवीर सिंह, ज्ञानेंद्र कुमार, सौरभ सिंह ,रुद्राक्ष चौधरी, गगन धामा, विनायक आर्य, दीया आदि उपस्थित रहे। यह आयोजन बेहद शानदार था। साथ ही संस्कारी भी। ऐसे आयोजन नियमित होते रहने चाहिए।

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