मंत्री जी भ्रष्टाचार कहीं फ्यूज न उड़ा दे , मंत्री जी आपके विभाग की हालत बेहद खराब है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में चिराग तले अंधेरा है। यदि शीघ्र ही इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो कुछ भ्रष्टाचारी अधिकारी पावर कारपोरेशन का फ्यूज उड़ देंगे। भ्रष्टाचार के खिालाफ अपने बूते पर आवाज उठा रहे सामाजिक कार्यकर्ता नरेश शर्मा अपने दो सहयोगियों मोहित रस्तौगी और मोहित गोस्वामी व कुछ अन्य को लेकर रविवार को प्रदेश के ऊर्जा राज्य मंत्री डा. साेमेन्द्र तोमर से मिलने को उनके शास्त्रीनगर मेरठ स्थित कैंप कार्यालय पहुंचे। पीवीएनएल में कुछ भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारियों की वजह से उपभोक्ताओं को हो रही परेशानियों की जानकारी पंड़ित नरेश शर्मा ने ऊर्जा राज्यमंत्री को दी। डा. साेमेन्द्र तोमर ने उनकी बात को ध्यान से सुना और कहा कि यह बेहद गंभीर विषय हैं। पं. नरेश शर्मा ने बताया कि ऊर्जा मंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे प्रकरणों को तमाम साक्ष्याें के साथ एक बार फिर से मिलने का आग्रह नरेश शर्मा से किया है। नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि बिजली उपभोक्ताओं को बुरी तरह से शोषण किया जा रहा है। मीटर चैकिंग व जुर्माना के नाम पर गरीब उपभोक्ताओं से अनाप-शनाप वसूली की जा रही है। बगैर कुछ लिए दिए नया कनेक्शन मिलन संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि मलाईदार कुर्सियों यानि कमाई वाले इलाकों में एक-एक अधिकारी सालों से जमे बैठे हैं। इसकी शिकायत पर स्वयं एमडी पावर कारपाेरेशन से कर चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सालों से एक ही जनपद में जमे बैठे अधिकारियों जिनमें जनपद हापुड व नोएडा भी शामिल हें, कि शिकायत वह एमडी पावर कारपोशरेश से भी कर चुके हैं। जनपद बड़ौत में भी इसी प्रकार के अधिकारी मौजूद हैं। हालात की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रमोशन के बाद ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों ने दोबारा उसी जनपद में अपनी पोस्टिंग करा ली है। पं. नरेश शर्मा का कहना है कि ऐसे अधिकारियों को बगैर किसी देरी दूसरी जगह भेजना चाहिए जो गरीब उपभोक्ताओं का खून चूस रहे हैं।