मां कौशल्या हर्षित-राम ने लिया जन्म, श्री सनातन धर्म रक्षिणी सभा पंजीकृत मेरठ शहर के तत्वधान में श्री रामलीला कमेटी पंजीकृत मेरठ शहर द्वारा बुढ़ाना गेट स्थित जिमखाना मैदान में दूसरे दिन रामलीला का मंचन किया गया। आज के मुख्य उद्घाटनकर्ता विवेक शेखर, मुख्य पूजनकर्ता प्रदीप बंसल व प्रसाद सेवा डॉक्टर ब्रजभूषण , जगदीश त्यागी की ओर से की गई। आज श्री राम जन्म महोत्सव, बाल लीला, सीता जन्म, ऋषि विश्वामित्र आगमन, ताड़का वध व गंगा लीला का मंचन किया गया। श्री राम जन्म महोत्सव लीला करते हुए दर्शाया गया कि राजा दशरथ जी की वृद्धावस्था आने पर भी पुत्र प्राप्ति ना होने के कारण पुत्र प्राप्ति हेतु पुत्र कमेष्ठी यज्ञ श्रृंगी ऋषि जी से कराया गया। यज्ञ के चलते अग्नि देवता प्रकट हुए और उन्होंने राजा दशरथ जी को पुत्र प्राप्ति हेतु खीर दी। राजा दशरथ ने यज्ञ के प्रसाद चारु (खीर) को अपने महल में ले जाकर अपनी तीनों रानियों में वितरित कर दिया। प्रसाद ग्रहण करने के परिणाम स्वरूप तीनों रानियों ने गर्भधारण किया। जब चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र में सूर्य, मंगल शनि, वृहस्पति तथा शुक्र अपने-अपने उच्च स्थानों में विराजमान थे, कर्क लग्न का उदय होते ही महाराज दशरथ की बड़ी रानी कौशल्या के गर्भ से एक शिशु का जन्म हुआ जो कि नील वर्ण, चुंबकीय आकर्षण वाले, अत्यन्त तेजोमय, परम कान्तिवान तथा अत्यंत सुंदर था। उस शिशु को देखने वाले देखते रह गए। इसके पश्चात सीता जन्म ऋषि विश्वामित्र आगमन ताड़का वध तथा गंगा लीला का मंचन हुआ गंगा लीला के मंचन में किस प्रकार भगवान शिव की जटाओं से गंगा पृथ्वी लोक पर आई उसका सुंदर मंचन भक्त मंत्रमुग्ध हो कर देखते रहे।
इस कार्यक्रम में संस्था अध्यक्ष मनोज गुप्ता राधा गोविंद मंडप, महामंत्री मनोज अग्रवाल खद्दर वाले, कोषाध्यक्ष योगेंद्र अग्रवाल बबलू, राकेश गर्ग, अंबुज गुप्ता, रोहताश प्रजापति, राजन सिंघल, जगदीश त्यागी, आनंद प्रजापति, राकेश शर्मा, अनिल गोल्डी दीपक शर्मा, विपुल सिंघल ,संदीप गोयल रेवड़ी, मयंक अग्रवाल, मयूर अग्रवाल, अपार मेहरा, विपिन अग्रवाल ,लोकेश शर्मा ,मनोज दवाई, मनोज वर्मा, पंकज गोयल पार्षद सहित हजारों की संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।