नफीस सैफी के कांग्रेस में गिने चुने दिन, प्रदेश कांग्रेस सचिव नसीम खान व मेरठ शहर कांग्रेस अध्यक्ष जाहिद अंसारी पर गंभीर आरोप लगाने वाले नफीस सैफी के कांग्रेस में अब गिने चुने दिन बाकि रह गए हैं। उनके निष्कासन की आहट साफ सुनाई दे रही है। दरअसल नफीस सैफी की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष जाहिद अंसारी ने पूरे मामले की जांच व कार्रवाई के लिए अनुशासन समिति का गठन कर दिया। वरिष्ठ कांग्रेसी व चिंतक आईडी गौतम को इस जांच कमेटी का संयोजक बनाया गया है। इसके अलावा दो अन्य सदस्य धूम सिंह तोमर व जिला युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सलीम पठान को शामिल किया गया है। सूत्राें की मानें तो नफीस सैफी का कांग्रेस पार्टी से निष्कासन तय है। उसका केवल औपचारिक एलान भर बाकि है। यदि सूत्रों से मिली यह जानकारी सही है तो फिर नफीस सैफी के कांग्रेस में गिने चुने घंटे या दिन रह गए हैं। दरअसल नफीस सैफी प्रदेश कांग्रेस सचिव व शहर कांग्रेस अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाकर बुरी तरह से फंस गए हैं। प्रदेश कांग्रेस के सचिव नसीम खान ने तो उन्हें लीगल नोटिस तक भेज दिया है। उनसे माफी मांगने को कहा गया है। विधि विशेषज्ञों की राय में प्रदेश कांग्रेस सचिव की ओर से भेजा गया लीगल नोटिस नफीस सैफी के गले की फांस बन सकता है। जानकारों का खासतौर से कांग्रेसियों का कहना है कि कांग्रेस से निष्कासन के बाद नफीस सैफी किसी दूसरे दल से अपना राजनीतिक सफर शुरू कर सकते हैं, या फिर जो आरोप लगाए गए हैं उन पर अपना पक्ष रख सकते हैं, लेकिन नसीम खान का लीगल नोटिस उनके गले की फांस बन सकता है। वहीं कुछ कांग्रेसियों का यह भी कहना है कि नफीस सैफी को इस हालत में पहुंचाने वाले उनके सलाहकार हैं। कारण भले ही कुछ भी हो, लेकिन नफीस सैफी के लिए आने वाले दिन बेहद मुश्किलों भरे हो सकते हैं।इस संबंध में नफीस से संपर्क का प्रयास किया लेकिन बात नहीं हाे सकी।