नागेन्द्र नाथ से दोस्ती के साइड इफैक्ट

नागेन्द्र नाथ से दोस्ती के साइड इफैक्ट
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नागेन्द्र नाथ से दोस्ती के साइड इफैक्ट, संविदा ठेकेदार को नोटिस, कैंट बोर्ड में नागेन्द्र नाथ विरोधी माने जाने वाले खेमे का विरोध प्रदर्शन काम आ गया। नागेन्द्र नाथ के करीबी बताए जा रहे संविदा स्टाफ ठेकेदार के खिलाफ करीब सात सौ बताए जा रहे कर्चारियों के विरोध प्रदर्शन का साइड इफैक्ट हो गया है। सीईओ कैंट ज्योति कुमार ने संविदा कर्मचारियों की ओर से लगाए गए आरोपों के चलते संविदा कंपनी के ठेकेदार को नोटिस थमा दिया गया है। माना जा रहा है कि कैंट बोर्ड के संविदा कंपनी ठेकेदार की मुसीबतें बढने जा रही हैं या यूं कहा जाए कि ठेकेदार को अब नागेन्द्र नाथ से दोस्ती की कीमत चुकानी पड़ सकती है। कुछ इसको दोस्ती का साइड इफैक्ट भी मान रहे हैं। हालांकि इसमें सारी गलती संविदा कंपनी के ठेकेदार और उसके कारिंदों की मानी जा रही है। इस बीच यदि नोटिस की बात की जाए तो  एजेंसी ने सफाई कर्मचारियों को कम मानदेय भुगतान, पीएफ, ईएसआई के रिकार्ड को लेकर जवाब मांगा है। इससे पूर्व छावनी क्षेत्र के सफाई कर्मचारियों ने सीईओ से शिकायत की थी कि आउटसोर्सिंग एजेंसी मनमाने तरीके से काम कर रही है। यह भी शिकायत की गई थी कि एजेंसी को कैंट बोर्ड से 14 हजार से अधिक प्रति कर्मचारी का भुगतान हो रहा है, जबकि कर्मचारियों को 10 हजार 176 रुपये का ही भुगतान हो रहा है। इस तरह 700 कर्मचारियों के मानदेय से करीब 15 लाख रुपये की प्रति माह गड़बड़ी की जा रही है। सफाई कर्मचारियों की शिकायत पर सीईओ ने संज्ञान लेते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। एजेंसी को सारी स्थिति से अवगत कराने को कहा गया है। वहीं दूसरी ओर कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ ऐसे ही और बड़े घटनाक्रम कैंट बोर्ड में देखने को मिल सकते हैं। कैंट बोर्ड के जो अफसर कभी नागेन्द्र नाथ के बेहद करीबियों में शुमार किए जाते थे, उनके अच्छे दिन खत्म होने की भी आशंका सूत्र जता रहे हैं। दरअसल स्टाफ में अभी नागेन्द्र करीबियों की छंटनी या कहें पहचान की जा रही है। पहचान होते ही अगला स्टेप लिया जा सकता है।

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