नहीं रूक रही स्कलों की मनमानी, -डीडीपीएस स्कूल की मनमानी से नाराज अभिभावको ने किया प्रदर्शन- -स्कूल प्रबंधन की मनमानी के आगे अभिभावको की एकजुटता की हुई जीत-
निजी स्कूलों की मनमानियों के चलते अभिभावको की परेशानी कम होने का नाम ही नही ले रही है मामला है गाजियाबाद के सेक्टर -23 संजय नगर स्थित देहरादून पब्लिक स्कूल का जिसमे अभिभावको ने कक्षा 6 एवम 7 में अपने बच्चों का दाखिला सेक्टर 23 में कराया था लेकिन स्कूल प्रबंधन ने स्कूल में कंस्ट्रक्शन के नाम पर अब इन बच्चों को अपनी मधुबन बापूधाम की ब्रांच में भेजने का आदेश दे दिया है जबकि दाखिले लेते समय पेरेंट्स को इस बात की कोई जानकारी स्कूल प्रबंधन द्वारा नही दी गई जैसे ही ये सूचना पेरेंट्स को पता चली तो पेरेंट्स आक्रोशित हो गये और स्कूल परिसर में इकट्ठा हो गये और स्कूल प्रबंधन के शोषण के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे जिस पर स्कूल प्रबंधन द्वारा स्थानीय चौकी से पुलिस प्रशसन को बुला लिया गया जिसके बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा दो दिन का समय अभिभावको से मांगा गया समय सीमा समाप्त होने के बाद आज फिर एक बार अभिभावक स्कूल परिसर में स्कूल के शोषण और मनमानियों के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे जिसके बाद पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद स्कूल प्रबंधन और अभिभावको के बीच मीटिंग के माध्य्म से वार्ता आयोजित की गई मीटिंग में स्कूल ने अभिभावको से 6 महीने के समय की मांग की जबकि अभिभावक अपनी सही मांग जिस स्कूल में दाखिला लिया उसी में पढ़ाने को अड़े है अभिभावको को अपनी मांग पर अड़े देख पुलिस प्रशासन एक बार पुनः हरकत में आया जिसके बाद स्कूल प्रबंधन एवम अभिभावको के रिप्रजेंटेटिव के बीच एक बार फिर मीटिंग का दौर शरु हुआ जिसके बाद स्कूल प्रबंधन की तरफ से अभिभावको को स्कूल के लेटरहैड पर लिखित में देकर आश्वश्त किया गया कि उनके बच्चों का स्थानांतरण नही किया जाएगा उनके बच्चे इसी स्कूल में पढ़ेंगे । स्कूल के इस निर्णय पर अभिभावको ने खुशी जाहिर करते हुये पुलिस प्रशासन का भी धन्यवाद किया है
स्कूल के अभिभावक और वरिष्ठ समाजसेवी सेवा राम त्यागी का कहना है कि हमने स्कूल प्रबंधन की मनमानियों के खिलाफ आवाज उठाई है सवाल यह है कि जब हमारे बच्चों का दाखिला सेक्टर -23 की ब्रांच में लिया गया है तो फिर उन्हें बिना हमारी सहमति के मधुबन बापूधाम की ब्रांच में क्यो भेजा जा रहा है दाखिले के समय इस तरह की कोई जानकारी नही दी गई । स्कूल के शिक्षकों द्वारा अभिभावको के साथ बदसलूकी भी की गई है जिसको किसी भी दशा में बर्दास्त नही किया जाएगा स्कूल प्रबंधन भूल गया है कि स्कूल हमारे बच्चों की फीस से चल रहा है काफी लंबी जदोजहद के बाद स्कूल प्रबंधन हमारे बच्चों को इसी स्कूल में पढ़ाने के लिए राजी हुआ है ये निश्चित तौर पर अभिभावको की एकजुटता की जीत है अभिभावको की तरफ से में स्कूल प्रधानाचार्य और पुलिस प्रशासन का धन्यवाद करता हूँ
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्य्क्ष सीमा त्यागी का कहना है हमे स्कूल के अभिभावको ने समस्या बताई है उनकी मांग जायज है स्कूल प्रबंधन अभिभावको की बिना सहमति के अपना निर्णय उन पर नही थोप सकता बच्चों को उसी स्कूल में पढ़ाया जाना चाहिये जिस स्कूल में दाखिला दिया गया है अगर स्कूल में कंस्ट्रक्शन होना था तो दाखिले के समय इसकी सूचना अभिभावको को दी जानी चाहिए थी स्कूल प्रबंधन अभिभावको की एकता के सामने उनके बच्चों को सेक्टर 23 संजय नगर के स्कूल में पढ़ाने को राजी हुआ है हम संस्था की तरफ से स्कूल प्रबन्धन और पुलिस प्रशासन की सूझबूझ की सराहना करते हुये धन्यवाद देते है साथ ही अभिभावक भी स्कूल प्रबंधन को एकजुटता का संदेश देने के लिए बधाई के पात्र है अगर सभी स्कूल के अभिभावक इसी तरह एकजुट होकर स्कूलो की मनमानियों के खिलाफ आवाज बुलंद करेगे तो प्रदेश का कोई भी निजी स्कूल अपनी मनमानी अभिभावको के ऊपर थोपने की हिम्म्मत नही दिखा पायेगा