पसमांदा सम्मेलन में उमड़ हुजूम, लखनऊ में अखिल भारतीय पसमांदा मुस्लिम मंच का सम्मेलन पसमांदा मुस्लिम जनप्रतिनिधि सम्मेलन मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष जावेद मलिक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। जिसमे मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विश्वशवारेया सभागार को खचाखच भरा देखकर कहा कि पसमांदा मुस्लिम समाज के लोगों की मौजूदगी को देखकर सपा व बसपा के खेमे में खलबली मच जाएगी और साथ ही सपा बसपा को चुनौती दी कि वह यह साबित कर के दिखाए कि उन्होंने अपने शासन काल में पसमांदा मुस्लिम समाज के लिए कुछ किया है। अब समय आ गया कि भाजपा और पसमांदा मुस्लिम समाज के बीच की दूरी खत्म हो जानी चाहिए। असली ताकत पसमांदा मुस्लिम समाज की है, और कहा की अगर पसमांदा मुस्लिम समाज भाजपा की तरफ एक कदम बढ़ेगा तो भाजपा दस कदम आगे बढ़ेगी, आपने सब पर बार बार, भरोसा किया है एक बार हम पर भरोसा कर के देखो। केशव मौर्य ने कहा कि एक बार हम पर भरोसा करोगे तो मैन वादा करता हूँ की उसको निभाउंगा, सफल कार्यक्रम के लिए केशव मौर्य जी ने जावेद मलिक की पीठ भी थपथपाई, इस अवसर पर राज्यमंत्री जसवंत सैनी जी ने कहा कि पसमांदा मुस्लिम समाज को सभी पार्टियों ने वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया है लेकिन उनकी शिक्षा व रोजगार के लिए कुछ नही किया, भाजपा का डॉ दिखाकर उनका वोट लेते रहे, मोदी जी सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के आधार पर बिना भेदभाव के सभी को अपनी योजनाओं का लाभ दे रही है, इस मौके पर राज्य सरकार में मंत्री दानिश आज़ाद जी ने कहा कि पसमांदा मुस्लिम समाज का यहां इतनी बड़ी संख्या में आना यह दिखता है कि पसमांदा मुस्लिम अब जागरूक हो गया है, अब सपा बसपा के बहकावे में आने वाला नही है, आज समाज के के बच्चे उच्च शिक्षा हासिल कर देश और पसमांदा समाज का नाम रौशन कर रहे है, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफ़ाक़ सैफी ने आयोग द्वारा किये जा रहे कार्यों पर रौशनी डाली व मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डॉ इफ़्तीखार ने मदरसा शिक्षा के लिए किये जा रहे प्रयासों को बताया, इस मौके पर अखिल भारतीय पसमांदा मुस्लिम मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष जावेद मलिक ने पसमांदा मुस्लिम समाज के 101 जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया। इस शानदार सफल आयोजन का पूरा श्रेय भाजपा ने मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष जावेद मलिक को दिया है।
नक्शे के विपरीत निर्माण पर डीएम ने सचिव काे कसा
बजाए कार्रवाई के बिल्डर के पैरवी में खुलकर उतरे हैं जोन के जेई
जितेन्द्र शर्मा/धारा न्यूज
मेरठ। नक्शे के विपरीत बनाए गए रोज बैली हाईट के अवैध निर्माण को लेकर जिलाधिकारी/मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष दीपक मीणा ने एमडीए के सचिव चंद्रकांत तिवारी को कसते हुए इस मामले में बगैर किसी देरी के कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। दरअसल इस संवाददाता ने ही डीएम दीपक मीणों के समक्ष जीमखाना मैदान बच्चापार्क इलाके में बनाए गए रोज बैली हाईटस के अवैध निर्माण का मामला उठाया था। उन्हें बताया गया कि प्राधिकरण से स्वीकृत नक्शे के विपरीत वहां करीब 65 फ्लैट बिल्डर ने बना लिए हैं जबकि पता चला है कि प्राधिकरण ने केवल संभवत 14 ही फ्लैट बनाए जाने की अनुमति रौज बैली के बिल्डर को दी है। इतनी बड़ी संख्या में नक्शे के विपरीत ये निर्माण कोई रातों रात नहीं हो सकता। इसमें काफी वक्त लगा होगा लेकिन हैरानी तो इस बात कि है कि प्राधिकरा के सचिव, जोन अधिकारी व जेई इस अवैध निर्माण से मुंह मोड़े रहे। यहां तक कि एक भी बार सील की कार्रवाई नहीं की गई जबकि यह ध्वस्त कर दिया जाना चाहिए था। इस संवाददाता द्वारा अवगत कराए जाने के बाद जिलाधिकारी ने प्राधिकरण सचिव के समक्ष इस मामले को लेकर नाराजगी जताते हुए कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि मंडलायुक्त/प्राधिकरण अध्यक्ष ने एमडीए के अधिकारियों की पहली ही बैठक में सख्त लहज में कह दिया था कि अवैध निर्माण या सरकारी जमीनों पर कब्जों की जो भी शिकायतें हैं उनका निस्तार प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए। लेकिन हैरानी तो देखिए कि प्राधिकरण सचिव को रौज बैली का इतना भारी भरकम अवैध निर्माण नजर नहीं आ रहा है। नौबत यही तक नहीं रही। इस एरिया के जेई पवन शर्मा तो इस संवाददाता से अवैध निर्माण करने वाले बिल्डर की पैरवी में खुलकर उतर आए हैं। पवन शर्मा ने इस मामले में संवाददाता से सौदेबाजी तक करने की कोशिश की। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि रोज बैली हाईट मामले में पूर्व उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी ने भी कार्रवाई के निर्देश सचिव को दिए थे। सचिव उन निर्देश पवर कुंडली मारे बैठे हैं।
गरीबों के लिए धर्मशाला के नाम ली जमीन पर कांप्लैक्स
-कांप्लैक्स बना गया है अनैतिक कार्यों अड्डा-खुलेआम जिस्म फरोशी में यूज
मेडिकल की जमीन पर चल रही है प्राइवेट न्यूट्रिमा नर्सिंगहोम की वाहन पार्किंग
शेखर शर्मा/धारा न्यूज
मेरठ। गरीबों के लिए धर्मशाला बनाने के नाम पर ली गयी करोड़ों रुपए की कीमत की जमीन पर अवैध कांप्लैक्स कैसे बन गया, मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल प्रशासन इससे पूरी तरह बेखबर है। करीब चार दशक पूर्व एलएलआरएम प्रशासन के तत्कालीन अधिकारियों से रोटरी क्लब के तब के पदाधिकारियों ने दूर दराज से एलएलआरएम मेडिकल में मरीजों को लेकर आने वाले तिमारदारों के ठहरने के लिए धर्मशाला बनाने के नाम पर करीब दो हजार मीटर जगह कथित तौर पर दान में ले ली थी। हालांकि यह स्पष्ट नहीं कि जगह दाम दी गई थी या फिर केवल धर्मशाल बना कर उसके संचालन को दी गयी थी। जिस वक्त यह जमीन दी गयी करीब चार दशक पहले उस वक्त मेडिकल के आसपास तिमारदारों के ठहरने की कोई माकूल जगह नहीं थी। मेडिकल में भी तब इतनी सुविधाएं नहीं थी जितनी आज नजर आती हैं। तिमारदारों की परेशानी को देखते हुए ही रोटरी क्लब के तब के संचालकों ने यह जमीन धर्मशाला बनाने के नाम पर ली थी। यह बात अलग है कि जिन्होंने गरीबों के लिए धर्मशाला बनाने के नाम पर एलएलआरएम की यह बेशकीमती जगह ली उन्होंने वहां गरीबों के लिए धर्मशाला तो नहीं बनायी अल्बत्ता वहां एक बड़ा अवैध कांप्लैक्स जरूर बन गया। मेडिकल की सरकारी जमीन पर यह कांप्लैक्स कैसे बन गया। क्या रोटरी क्लब के लोगों ने धर्मशाला के नाम पर ली गई इस जमीन को कांप्लैक्स बनाने वाले बिल्डर को बेच दिया था या फिर बिल्डर ने सरकारी जगह पर कब्जा कर लिया था। ये तमाम सवाल हैं जिनके जवाब मिलने का इंतजहार है, लेकिन यह सच्चाई है कि धर्मशाला के नाम पर रोटरी क्लब ने जो जगह ली थी वहां आज कांप्लैक्स खड़ा है। यह बात अलग है कि यह कांप्लैक्स आबाद नहीं हो सका।
तमाम अनैतिक कार्य का बना है अड्डा
लोगों ने बताया कि मेडिकल की जमीन पर बना यह कांप्लैक्स तमाम अनैतिक व अनाचार का अड्डा बन गया है। इसकी कई बार पुलिस से भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन सेटिंग गेटिंग के चलते यहां अनैतिक धंधे करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। यहां अक्सर अवैध शराब बेचने वाले भी अपना धंधा जमाकर बैठ जाते हैं। कांप्लैक्स में हो रहे अनैतिक कार्य आसपास के लोगों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
न्यूट्रिमा की अवैध पार्किंग
एलएलआरएम मेडिकल की सरकारी जमीन जहां गरीबों के लिए धर्मशाला बनायी जानी चाहिए थी, उस जमीन पर कब्जा कर न्यूट्रिमा की वाहन पार्किंग चलायी जा रही है। लोगों ने बताया कि न्यूट्रिमा में आने वाले स्टाफ, डाक्टरों, व तिमारदारों के वाहन सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाए गए इस पार्किंग स्थल पर ही खड़े किए जा रहे हैं। पार्किंग चलाने वाले हर माह लाखों की कमाई कर रहे हैं, लेकिन इससे एलएलआरएम जिसकी यह जमीन है उसको आन रिकार्ड एक पाई नहीं मिल रही है।
मंडलायुक्त से जांच की मांग: इस मामले में अब मंडलायुक्त से जांच की मांग की गयी है। लोग चाहते है कि मंडलायुक्त स्वत संज्ञान लेकर मेडिकल की धर्मशाला के नाम पर दी गयी जमीन पर कांप्लैक्स व न्यूट्रिमा की अवैध पार्किंग मामले की जांच कराकर कार्रवाई कराएं। ताकि करोडों की कीमत की यह जगह खुर्दबुर्द होने से बचायी जा सके।
आन लाइन ट्रेडिंग ने निकाला व्यापारियों का दीवाला
-दीपावली जैसे बड़े पर्व पर बाजारों में खरीदारों का टोटा बढ़ा रहा टेंशन
-बाजारों में खरीदारी के बजाए लोगों का रूझान अब आन लाइन खरीद पर ज्यादा
धारा न्यूज, संवाददाता
मेरठ। दीपावाली जैसा बड़ा पर्व जिसका पूरे साल व्यापारियों को इंतजार रहता है। लेकिन इस साल दीपावाली पर व्यापारियों के चेहरे पर वो पहले जैसी खुशी नजर नहीं आ रही है। उनका कहना है कि बाजार में जो ग्राहक दिखाई देना चाहिए वो नजर नहींं आ रहा है। दरअसल आन लाइन ट्रेडिंग को सरकार की खुली छूट ने बाजार में बैठे व्यापारियों को दीपावली जैसे पर्व पर भी हाथ्प पर हाथ धरकर बैठने पर मजबूर कर दिया। उनका साफ कहना है कि यदि आन लाइन ट्रेडिंग पर रोक नहीं लगायी गयी तो शहर के तमाम प्रमुख बाजार दीपावली जैसे बड़े पर्वों पर भी सुने-सुने नजर आएंगे। उनका कहना है कि सरकारी नीतियों के चलते आन लाइन ट्रेडिंग तेजी से पांव पसार रही है। इसने बाजार को एक ओर धकेल दिय है। लोगों का भी रूझान अब आन लाइन ट्रेडिंग पर ज्यादा है। यही इस पर रोक नहीं लगायी गयी तो तमाम प्रतिष्ठानों पर ताले झूल जाएंगे और जो कारोबारी आज बाजार में बैठे हैं उनको फिर नौकरी तलाशनी होगी। आन लाइन ट्रेडिंग के साइड इफैक्ट पर इस संवाददाता ने शहर के कुछ प्रमुख कारोबारियों से बातचीत की। जिसके कुछअंश नीचे दिए हैं।
मेरठ कार डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ब्रज मोहन अग्रवाल का कहना है कि आन लाइन ट्रेडिंग ने बाजार की रौनक छीन ली है। सरकार ने यही इस पर रोक पर गंभीरता से विचार नहीं किया तो बाजार बर्बाद हो जाएगा। लोगों का रूझान तेजी से आन लाइन शॉपिंग की ओर बढ़ रहा है। सरकार को आन लाइन की मार से व्यापार को बचाना होगा।
स्पोर्टस गुडस व्यापार संघ के अध्यक्ष अनुज सिंहल का कहना है कि आन लाइन ट्रेडिंग की सबसे ज्यादा मार स्पोट्स कारोबार पर पड़ी है। सूरज कुंड की मार्केट खेल कूद के सामान की मेन मार्केट हैं, लेकिन आन लाइन ट्रेडिंग की मुसीबत ने इस मार्केट की रौनक को छीन लिया है। इसके अलावा मंहगाई का असर भी बाजार पर साफ देखा जा सकता है।
सदर व्यापार मंडल के महामंत्री अंमित गुप्ता का कहना है कि आन लाइन ट्रेडिंग की वजह से केवल मेरठ ही नहीं बल्कि देश भर में व्यापार पर बुरी मार पड़ रही है। आन लाइन ट्रेडिंग ने बाजार ओर व्यापारियों का सूख चैन छीन लिया है। इस पर तत्काल रोक लगाए जाने की जरूरत है। दीपावली जैसा बड़ा पर्व है और बाजार में पहले के सालों जैसी रोकन नहीं है।
आबूलेन व्यापार संघ के अध्यक्ष स. नरेन्द्र सिंह करनैल का कहना है कि व्यापार को सरकारी संरक्षण की बेहद जरूरत है। यदि सरकारी स्तर पर ठोस कदम नहीं उठाए गए तो मुख्य बाजारों में कई प्रतिष्ठानों पर ताले झूल जाएंगे। आन लाइन ट्रेडिंग ने तो बाजार काे पूरी तरह से बैठा दिय है। परंपरागत ग्राहक अरसे से बाजार में नजर नहीं आ रहे हें। यह ठीक नहीं है।
संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष अजय गुप्ता नटराज का कहना है कि यह बात सही है कि आन लाइन ट्रेडिंग के साइड इफैक्ट बाजार पर नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आन लाइन ट्रेडिंग की मार से कोई भी अछूता नहीं है। आन लाइन ट्रेडिंग ने बाजार का बहुत नुकसान किया है। बाजारी कारोबार पर आन लाइन ट्रेड्रिंग का बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इसको बचाना होग।
भाजपा छाबनी मंडल महिला मोर्चा की अध्यक्ष अंजली गुप्ता का मानना है कि आन लाइन ट्रेडिंग का कुछ असर जरूर बाजार पर नजर आता है, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार देश के व्यापारियों के साथ है। मोदी व योगी सरकार के रहते हुए व्यापारी खुद को अकेला ना समझे। सरकार उनकी परेशानियों से अनभिज्ञ नहीं है। पीएम मोदी जरूर व्यापारियों को राहत दिलाएंगे।
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