पुलिस करती रहे टाइम वेस्ट-लुटेरे गए निकल, वार्दी वाले गुंडों की लूट का शिकार हुए बड़ौत के कारोबारी ने जब मदद की उम्मीद में पुलिस से संपर्क किया तो सूचना मिलते ही तत्काल शहर की नाकबंदी कर बजाए बदमाशों का सुराग लगाने के सदर बाजार व देहलीगेट थाना पुलिस ने शुरूआती वक्त सीमा विवाद में निकाल दिया। इससे पहले इस व्यापारी ने 112 पर काल कर मदद मांगी, लेकिन काफी प्रयास के बाद भी काल रिसीव ही नहीं की गयी। हताश कारोबारी थाना सदर बाजार पहुंचा, पूरे वाक्यात की जानकारी, लेकिन आरोप है कि सदर बाजार पुलिस ने भी सूचना मिलते ही बजाए शहर की नाकेबंदी कराकर बदमाशों तक पहुंचने के बजाए लूट की वारदात का घटना स्थल थाना देहलीगेट बताकर पल्ला झाड़ना ही बेहतर समझा। जब तक देहलीगेट पुलिस एक्शन मोड में आती तब तक तो वर्दी वाले गुंडे चैकिंग के नाम पर लूट की वारदात काे अंजाम देकर कहीं के कहीं निकल गए।
मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री विजय आनंद अग्रवाल ने इस पूरी घटना की जानकारी इस संवाददाता को दी। उन्होंने बताया कि स्वर्ण नगरी मेरठ के माथे पर एक बार फिर से चिंताओं की लकीरें उभर आई हैं। मेरठ से आभूषणों की खरीदारी कर लौट रहे बड़ौत के एक व्यापारी के साथ किसी गैंग द्वारा पुलिस के रूप में चेकिंग के नाम पर आभूषण गायब कर दिए गए हैं । पूरी जानकारी मिलने पर सूचित किया जाएगा । यह थाना दिल्ली गेट के अंतर्गत रोडवेज के पास का मामला है।बड़ोत से आए एक सुनार ने मेरठ में कुछ आभूषण क्रय किए थे जो कि उन्होंने एक थैली में रखे थे और वह उस बैग को लेकर दोपहर में रोडवेज बस अड्डे के लिए सराफा बाजार से निकल गए थे। 2:18 दोपहर में वह बस में सवार हो गए। तभी एक लंबा अच्छी कद काठी का गोरा आदमी बस में चढ़ा और कहा कि तुम्हें हम आवाज दे रहे थे तुम रुके क्यों नहीं नीचे उतरो तुम्हारी तलाशी लेनी है। इस पर राजकुमार वर्मा बस से नीचे उतर गए। वहां पर एक और अन्य अच्छी कद काठी का व्यक्ति मोटरसाइकिल पर खड़ा था। उसने उनके बैग की तलाशी ली और उस तलाशी के दौरान उन्होंने उनके बैग से 40 ग्राम वजन के लगभग के आभूषण की पुड़िया गायब कर दी। उनके साथ एक व्यक्ति और था। उन्होंने उसके बैग की भी चेकिंग करी। तलाशी लेने के बाद वह व्यक्ति मोटरसाइकिल से चले गए। उनके जाने के बाद राजकुमार वर्मा जी को कुछ शक हुआ उन्होंने अपना बैग देखा तो उसमें सोने के सामान की पुड़िया नहीं थी। उन्होंने तुरंत 112 नंबर मिलाया लेकिन वह नहीं उठा। उसके बाद वह थाना सदर गए जहां पर पुलिस सहायता लेकर वह घटनास्थल पर आए। लेकिन पुलिस ने उन्हें बताया कि, यह थाना दिल्ली गेट क्षेत्र का मसला है। और उसके बाद वहाँ थाना दिल्ली गेट पर पुलिस बुला ली गई। उन्होंने अपना प्रार्थना पत्र थाना दिल्ली गेट पुलिस में दे दिया है। यह सब बहुत डराने वाला है एक बार फिर से लगता है कि ईरानी गिरोह जैसे किसी गिरोह ने फिर से स्वर्ण नगरी मेरठ में दस्तक दी है। विजय आनंद अग्रवाल ने बताया कि गायब हुए आभूषणों का मूल्य लगभग ढाई लाख रुपए रहेगा। यह गिरोह ईरानी गिरोह हो सकता है। यह लोग अफगान से चोरी छुपे सीमा पार कर हिंदुस्तान में काफी समय पहले आए थे । और तब से जगह-जगह रहकर यह पुलिस की आधी अधूरी वर्दी पहनकर चेकिंग के नाम पर लोगों को इसी प्रकार लूट लेते हैं। मेरठ में एक गिरोह पकड़ा जा चुका है। फिर भी मेरठ में जो पिछली घटनाएं हुई है उसमें ऐसा माना जाता है कि यह तीन चार गिरोह अलग-अलग है। जिनका पकड़ा जाना बाकी है मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन पुलिस को सदा इस प्रकार के गिरोह से खतरे के विषय में पूर्व में भी अवगत कराती रही है इस घटना के संदर्भ में मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलेगा और इस घटना के शीघ्र खुलासे की मांग करेगा।