रैपिड से सौदे पर पीडी लगाएंगे मोहर, मेरठ टू दिल्ली रैपिड रेल से जमीन को जो सौदा हुआ है उसको फाइनल टच प्रधान निदशेक मध्य कमान जीएस राजेश्वरन फाइनल टच देंगे। रैपिड प्रोजेक्ट के लिए काफी ज्यादा डीईओ व कैंट बोर्ड के आधीन आने वाली जगह परियोजन से जुड़े अधिकारियों ने मांग थी, जिसको सौदा पहले ही हो चुका है, हालांकि फाइनल टच या कहें इस पर मोहर पीडी मध्य मकान लगाएंगे। इसके अलावा पीडी के दौरे को मध्य कमान के डायरेक्टर डीएन यादव से जोड़कर भी देखा जा रहा है। कैंट बोर्ड के खिलाफ माेर्चा खोलने वालों को जब पता चला कि पीडी आए हुए हैं तो वो भी कैंट बोर्ड दफ्तर जा पहुंचे। उनकी मुलाकात हुई या नहीं यह तो अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन वो कोशिश बहुत कर रहे हैं, यह जानकारी जरूर कैंट बोर्ड के सूत्रों ने दी है। मुलाकात हो सकी या नहीं यह तो नहीं बताया लेकिन दोपहर बाद तक वो कैंट बोर्ड में ही जमे रहे, यह जरूर पता चला है। अब यदि अवैध निर्माणों की बात की जाए तो सबसे ज्यादा हॉट सब्जेक्ट वो अवैध निर्माण हैं जिनको हाइकोर्ट की सील के बाद किया गया है। आबूलेन स्थित बंगला 173 पर निर्माण शुरू होने के बाद कोर्ट के आदेश पर कैंट बोर्ड ने सील लगायी थी। फाइलों में बंगला आज भी सील है, तीन शानदार शोरूम दावा कर रहे हैं कि यदि कैंट अफसरों से सेटिंग है तो सील सरीखी कार्रवाई बेमाने हैं। बाउंड्री रोड स्थित 22बी वहां भी कोर्ट के आदेश पर सील लगाई गयी थी, लेकिन यहां चल रहा बार-रेस्टोरेंट व होटल बता रहा है, कैंट अफसरों से सेटिंग रखो नो टेंशन। सेटिंग है तो फिर ट्रेड लाइसेंस भी बन जाएगा वो भी आन लाइन। सरकुलर रोड बंगला 276 व्हाइट हाउस जिस पर सीईओ ने इंजीनियरिंग सेक्शन के साथ छापा मारकर अवैध निर्माण पकड़ा, सील भी लगायी, लेकिन फिर भी व्हाई हाउस बन गया। सदर विजय चौक जौली स्टोर रिहायशी संपत्ति की खरीद-फरोख्त ही नहीं, बल्कि चेंज ऑफ परपज व सबडिविजन आफ साइट कर शानदार जौजी शापिंग सेंटर का शोरूम।