ऋषभ चुनाव: जेल ना हो जाए कहीं, मेरठ के छावनी वेस्ट एंड रोड मंदिर मार्ग स्थित सदर जैन समाज की शिक्षण संस्था ऋषभ एकाडेमी की कालातीत पड़ी प्रबंध समिति के चुनाव में कथित तौर पर फर्जी सदस्यता प्रमाण पत्र दाखिल करने वालों को संस्था के संस्थापक सदस्य शरद जैन ने जेल भिजवाने की बात कही है। शरद जैन का कहना है कि सदर जैन समाज की इस संस्था पर जिस प्रकार से लूट के इरादे से बलात कब्जा किया गया है, उस पर वह चुप बैठने वाले नहीं है। इसके लिए वह कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अवैध कब्जा करने वाले कौन है और जैन समाज की इस शिक्षण संस्था में घपले घोटाले करने वालों से उनका क्या कनेक्शन है, इसका खुलासा बहुत जल्द मीडिया के समक्ष किया जाएगा। क्योंकि यह करोड़ों का घपला व घोटाला है, जिसके लिए अदालती लड़ाई जारी है। शरद जैन का कहना है कि उनका मकसद ऋषभ एकाडेमी प्रबंध समिति के चुनाव में ऐसे लोगों को आने से रोकना है जिनके पास सदस्यता संबंधित कोई साक्ष्य नहीं है। यदि किसी के पास सदस्यता संबंधित साक्ष्य हैं तो उनका चुनाव में वह स्वागत करते हैं, लेकिन यदि किसी ने कुटरचित तरीके से इस चुनाव में किसी के इशारे या प्रेशर में शामिल होने का प्रयास किया तो जैन समुदाय ऐसे लोगों को कभी माफ नहीं करेगा। शरद जैन का यह भी कहना है कि ऐसे लोगों का जेल जाना भी निश्चित है। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि कालातीत पड़ी प्रबंध समिति के चुनाव की आड़ में जो लोग जैन समाज की इस शिक्षण संस्था पर काविज होना चाहते हैं उनके मंसूबे कभी भी पूरे नहीं होने दिए जाएंगे। दरअसल डिप्टी रजिस्ट्रार सोसाइटी ने चुनाव में भाग लेने वाले तमाम जीवित सदस्यों से उनकी सदस्यता संबंधित साक्ष्य मांगे हैं। आरोप है कि बजाए सदस्यता के साक्ष्य देने के कथित रूप से कब्जा करने वाले कुछ लोगों ने शपथ-पत्र मात्र दाखिल किए हैं। इस संबंध में ऋषभ के राजेश जैन से जब संपर्क का प्रयास किया तो उनसे बात नहीं हो सकी।