RTE में लापरवाही-बर्खास्त हों BSA, गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने आर.टी. ई के अंतर्गत चयनित बच्चों के एडमिशन निजी स्कूलों में सुनिश्चित कराने में कोताही बरतने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को बर्खास्त करने की मांग की है। जीपीए के प्रवक्ता विनय कक्कड़ और नरेश कसोना ने कहा कि प्रत्येक वर्ष शासन की तरफ से आरटीई के अंतर्गत चयनित बच्चों की सूची जारी की जाती है लेकिन वर्ष भर अभिभावक निजी स्कूलों और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के चक्कर काटते रहते है लेकिन उनके बच्चों के एडमिशन नही हो पाते अभिभावको द्वारा शिकायत करने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी यह कह कर पल्ला झाड़ लेते है कि सीबीएसई के स्कूल उनके नियंत्रण में नही है जबकिं राज्य सरकार द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को आर .टी.ई. एक्ट के अंतर्गत चयनित (ईडब्ल्यूएस.) कैटेगरी के बच्चों के होने वाले एडमिशन का नोडल अधिकारी बनाया है। उसके बाद भी अधिकारी कहते है कि सीबीएसई स्कूल उनके नियंत्रण में नही है जिसका फायदा सीधा निजी स्कूलों को होता है।
जवाबदेही तय हो BSA की
जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के साथ साथ सरकार को बीएसए की जवाबदेही भी तय करनी चाहिए। ऐसे अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त किया जाये। जीपीए की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने कहा कि पिछले साल भी जीपीए ने आर टी ई के अंतर्गत चयनित बच्चों के एड्मिसन नही होने पर बाल आयोग को की गई थी। जिस पर बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिलाधिकारी को आयोग की तरफ से दो सख्त पत्र जारी किये गए थे लेकिन उसके बाद भी अधिकारियों ने गम्भीरता नही दिखाई और आयोग को जांच रिपोर्ट में यह कह कर पल्ला झाड़ लिया कि स्कूल द्वारा कोरोना के कारण सामान्य से कम एड्मिसन लिये गये है। एडमिशन नही लेने पर जिले के नामी 13 स्कूलो को नोटिस जारी करने की बात कही है जिनमे डीपीएसजी मेरठ रोड , डीपीएसजी वसुंधरा , एमिटी इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 1 एवम 6 , इंदिरापुरम पब्लिक स्कूल , जे के जी इंटरनेशनल स्कूल , विजय नगर , डीएवी स्कूल ,राजेन्द्र नगर एवम प्रतापविहार ,डीडीपीएस स्कूल संजय नगर और गोविंदपुरम , गाज़ियाबाद पब्लिक स्कूल , नेहरूनगर आदि शमिल है ।