सदर जैन मंदिर-घपले घोटाले-पुलिस ने भेजा समन,
मेरठ। मेरठ। सदर दुगार्बाड़ी स्थित 1008 श्री पारसनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में किए गए घपले घोटाले डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय में कूटरचित सूचनाएं व जानकारी देने वालों के लिए गले की फांस बनते जा रहे हैं। ऋषभ एकाडेमी के सचिव सीए डा. संजय जैन की शिकायत का संज्ञान पुलिस के आला अधिकारियों ने लिया है। एडीजी के निर्देश पर वाया एसएसपी सीओ सदर ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सीओ आॅफिस से पता चला है कि जो शिकायत की गयी है एडीजी के आदेश पर पूछताछ के लिए मंदिर के पंच रहे अनिल बंटी को नोटिस भेज दिया है। जिसमें अविलंब सीओ कार्यालय में पेश होने के आदेश दिए गए हैं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं कि अनिल बंटी सीओ कार्यालय में पेश हुए या नहीं। वहीं दूसरी ओर यह भी जानकारी मिली है कि मंदिर जी को लेकर लगातार हो रहे खुलासों के चलते अब डिप्टी रजिस्ट्रार ने भी आस्तीन चढ़ा ली हैं। यदि सूत्रों की मानें तो डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय से पूरे मामले में एक रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन को भेजे जाने की तैयारी है। यदि ऐसा हुआ तो पंचों तथा साल 2914 से खुद को मंदिर का अध्यक्ष, मंत्री, सचिव व अन्य पदों पर रहे लोगों पर भी एफआईआर संभव है। दरअसल विधि विशेषज्ञों का मानना है कि यह केस अब तेजी से अपराधिक केस में तब्दील होता जा रहा है। इसी के चलते मामले में कई पर एफआईआर के आसार नजर आने लगे हैं। इस संबंध में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि कानून के मुताबिक कुछ भी गलत पाया जाता है तो जेल तो जाना होगा। कानून अपना काम कर रहा है। मामले की पड़ताल की जा रही है। कुछ चीजें तलब की गयी हैं। उनका परीक्षण किया जा रहा है। जो कुछ बताया गया यदि वो सही है तो मामला गंभीर है।
उल्लेखनीय है कि कालातीत पड़ी कमेटी के जिस प्रकार से चुनाव दिखा कर डिप्टी रजिस्ट्रार को गुमराह करने का प्रयास किया गया। और जब डिप्टी रजिस्ट्रार ने कारगुजारी पकड़ ली और नोटिस जारी कर दिए। उसके बाद पंच प्रकरण, मंदिर जी का हिसास लेने का दावा करना और क्लीनचिट देने के लिए 21 अक्तूबर की आमसभा का एलान कर देना। इतना ही नहीं अनर्गल आरोपों को लगाना और जब सदर जैन समाज के आगे तमाम प्रपंच बेपर्दा होने लगे तो इस्तीफे देकर कमर दिखा देना, इन तमाम घटनाक्रमों की कड़ियों को पुलिस ने जोड़ लिया है, जिसके चलते कहा जा रहा है कि कानूनी शिकंजा तो तय समझा जा रहा है।