सदर सर्राफा में इतना सन्नाटा क्यों है भाई, मेरठ के सदर सर्राफा मार्केट के ज्वैलर्स में सन्नाटा इन दिनों चींख-चींख कर कह रहा है कि यदि यह सब नहीं रूका तो काम करना भारी हो जाएगा। विश्वास नाम की कोई चीज नहीं रह जाएगी। बहुत हो चुका है कारीगरों को सोना लेकर यूं गायब हो जाना। अब कुछ ऐसा किया जाए कि इस पर सख्ती से रोक लग सके। हालांकि कोई मुंह खोलने को तो तैयार नहीं, लेकिन सुनने में आया है कि करीब छह करोड़ कीमत का सदर के सर्राफा कारोबारियों का सोना एक बंगली मुस्लिम कारोबारी रातों रात लेकर गायब हो गया, हालांकि कहने वाले तो यहां तक कहना है कि वह खुद नहीं भगा है भगाया गया है, जो तलाश कर रहे है तार तो उन्हीं से जुड़े हैं। बाहर हाल वजह कुछ भी हो, लेकिन हैरानी इस बात की कि इसको लेकर कोई भी कारोबारी कानून की मदद की बात क्यों नहीं कर रहा है। जबकि पुलिस तो हमेशा साथ है।
बुलियन ट्रेडर्स ने मांगी स्पेशल फोर्स
मेरठ बुलियन ट्रेडर्स के महामंत्री विजय आनंद अग्रवाल ने बताया कि जिस मामले का ऊपर जिक्र किया गया है वह करीब तीन माह पुराना है। आरोपी के भाई जोे कि मेरठ में ही कारीगर है उसने वादा किया है कि जो भी सोना गया है वह दिलाएगा। कुछ ज्वैलर्स का सोना उसने वापस भी किया है, लेकिन ये घटनाएं विचलित करनेे वाली हैं। लगातार होे रही हैं। उन्होंने बताया कि वह मुंबई में हैं, लौटकर मेरठ के एसएसपी, आईजी व एडीजी से मिलेंगे। उनके आगे मांग रखी जाएगी कि ज्वैलर्स के साथ होने वाली धोखाखड़ी व अन्य हादसों को रोकने के लिए एक स्पेशन फोर्स का गठन किया जाए। यह फोर्स केवल ज्वैलर्स के लिए ही काम करें। इसको अन्य दायित्व विभाग न सौंपे। ज्वैलर्स के साथ हादसों की इंतेहा हो गयी है, अब यह सब रूकना चाहिए। हालांकि जानकारों की मानें तो यह आइडिया उन ज्वैलर्स को रास नहीं आ रहा है जो बगैर पर्चे के सोने की खरीब बेच करते हैं वो भी बड़े स्तर पर। अब देखते हैं क्या होता है आगे।