सरकार के भरोसे न रहें-छोड़ दें घाटी, श्रीनगर: कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति ने आए दिन होने वाले आतंकी हमलों को देखते हुए कश्मीरी पंड़ितों से कहा है कि सरकार सुरक्षा नहीं दे सकती। सरकार के भरोसे न रहें। घाटी छोड़ दें। केपीएसएस के प्रमुख संजय टिक्कू ने कहा, ‘कश्मीर में कश्मीरी पंडित पर आतंकवादियों द्वारा किए गए एक और हमले के जरिये आतंकवादियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे कश्मीर घाटी के सभी कश्मीरी पंडितों की हत्या कर देंगे.’ सभी कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़ने और जम्मू, दिल्ली जैसे सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है. सोशल मीडिया पर साझा किए गए पत्र में टिक्कू ने लिखा है, ‘कश्मीर घाटी में कोई भी कश्मीरी पंडित सुरक्षित नहीं है. कश्मीरी पंडितों के लिए केवल एक ही विकल्प बचा है कि कश्मीर छोड़ दें या फिर धार्मिक कट्टरपंथियों के हाथों मार डाले जाएं.’ उन्होंने कहा, ‘हमने पिछले 32 वर्षों से यही देखा है. सरकार अल्पसंख्यकों खासतौर पर कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रही है. हम कब तक ऐसे ही मरते रहेंगे? बहुत हो गया.’ कश्मीर में पर्यटक और अमरनाथ यात्री सुरक्षित रहे, लेकिन गैर-स्थानीय मुसलमान और कश्मीरी पंडित आतंकवादियों के निशाने पर हैं. उन्होंने आगे कहा कि देश की न्याय-व्यवस्था और सरकार कश्मीरी पंडितों को बचाने में असमर्थ रही हैं इसलिए समिति पंडितों से अपील कर रही है कि वो चिकनी-चुपड़ी बातों में न आएं और घाटी छोड़ दें. केपीएसएस प्रमुख ने कहा कि खुफिया सूचना थी कि आतंकवादी, समुदाय के और लोगों को निशाना बना सकते हैं जिसके बाद मंगलवार के हमले में जिन लोगों को निशाना बनाया गया है. उन्होंने प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजने का अनुरोध किया था. उन्होंने कहा, ‘यह दुर्भागयपूर्ण है कि अधिकारियों ने उनसे कहा कि उन्हें उनके गांवों में रहना है. यह क्या बात हुई? उनके पास हमला होने की आशंका की जानकारी थी और उसके बाद भी उन्होंने हमें सुरक्षा नहीं दी.’ उन्होंने कश्मीरी पंड़ितों के साथ विश्वासघात के आरोप लगाए हैं।