सरकार पर उठाए गंभीर सवाल, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त किए जाने को लेकर मेरठ के तमाम सीनियर कांग्रेसियों ने गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पूरा मामला एक साजिश नजर आता है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी पिचड़ा वर्ग विभाग के पूर्व राष्ट्रीय सचिव चौधरी सुमित बैसला ने कहा के राहुल गांधी जी ने संसद में मोदी सरकार के सामने देश की आवाज उठाई सरकार पर जवाब नहीं है देने को देश की आवाज दबने के लिए सब काम हुए है सबको पता देश के हलत हमें पूरा विश्वास है जो राहुल गांधी जी ने ट्वीट में लिखा है वो सच मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं, मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं कांग्रेस पार्टी पूरी जान लगाएगी पर राहुल गांधी जी वाह देश की आवाज़ दबने नहीं देंगे। कांग्रेस का जाट चेहरा व पीसीसी के पूर्व सचिव चौधरी यशपाल सिंह व दलित चिंतक कांग्रेसी नेता आईडी गौतम ने इसको लोकतंत्र के लिए शर्मनाक बताते हुए मंशा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। चौधरी यशपाल सिंह का कहना है कि सत्ताधारी दल यह गलतफैमी न पाले कि राहुल की सदस्यता समाप्त कर कांग्रेस जेपीसी की मांग करना छोड़ देगी। उन्होंने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम से यह साबित हो गया कि सदन में जो बात राहुल गांधी कहना चाहते थे उससे पूरी मोदी सरकार बुरी तरह से डरी हुई है। वहीं दूसरी ओर आईडी गौतम का कहना है कि आईपीसी कि जिस धारा 499, 500, 504 में राहुल को 2 साल की सजा हुई है। उसमें आज तक किसी को भी इतनी सजा नहीं हुई। आईडी गौतम ने बताया कि मैंने व मेरे कुछ वकील दोस्तों ने पूरा इतिहास छाना और निष्कर्ष ये है की पिछले 162 सालों में जब से आईपीसी बनी है किसी को भी मैक्सिमम सजा नहीं हुई। ज़्यादा से ज़्यादा 3 महीने या 6 महीने। यह मेजर अफेंस में नहीं पिटी अफेंस में आता है। ये पूरी तरीके से प्लानिंग के तहत किया गया है। पिटी ऑफेंस में कभी भी मैक्सिमम सज़ा नहीं दी गई, पर जज साहब को राज्यसभा की ज़्यादा जल्दी रही होगी। जो कि आजकल सामान्यतः प्रचलन में है। उच्च न्यायालय में ये मामला ज़्यादा देर टिक नहीं पायेगा। आईडी गौतम ने कहा कि हालांकि कोई भी जज जज लोया नहीं बनना चाहता। सभी को जान प्यारी है। और इस दौर ने दिखा दिया 99% आदमी बिकाऊ है बस कीमत सही लगे और मजे की बात है कि बिकाऊ होने का गुमान भी है लोगों को।