मुख्यमंत्री के रोड शो में पहुंची सीमा,
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन मुख्यमंत्री के रोड शो में पहुंची शिक्षा का मुद्दा उठाने ।
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने में भारी सुरक्षा बंदोबस्त बना बाधा
गाजियाबाद की सदर सीट पर उपचुनाव में जनता से रूबरू होने के लिए विजय नगर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रोड शो आयोजित किया गया जिसमें गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन प्रदेश के अभिभावकों से जुड़े शिक्षा के विभिन्न मुद्दों को मुख्यमंत्री जी तक पहुंचाने के लिए रोड शो में पहुंची। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी, सचिव अनिल सिंह, विवेक त्यागी , कौशलेंद्र ठाकुर नवीन राठौर, मनोज वर्मा, जसबीर रावत, तथा अनेकों अभिभावक मौजूद रहे। सदर सीट से विधायक प्रत्याशी संजीव शर्मा ने ज्ञापन लिया और मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के लिए आश्वस्त किया । जीपीए की अध्यक्ष सीमा त्यागी और सचिव अनिल सिंह ने बताया कि जहां मुख्यमंत्री के आगमन से एक दिन पहले ही आम जनमानस की दुकानों को बंद करवा उनको आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया गया वही जनता की गाढ़ी टैक्स की कमाई को ऐसे रोड शो के माध्यम से दुरुपयोग किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी का पिछले 8 दिन में ये दूसरा दौरा है, और दो महीनों में चौथा। ऐसे दौरों में सुरक्षा बंदोबस्त को चाकचौबंद करने के लिए करोड़ों रुपए जनता के टैक्स के खर्च होते हैं जबकि मुख्यमंत्री की इच्छा शक्ति हो तो इस पैसे से प्रदेश के अनेकों सरकारी स्कूल ठीक कराए जा सकते हैं ।हर बार पुलिस प्रशासन नजरबंद करने घर पहुंच जाता है जो दिखाता है कि मुख्यमंत्री शिक्षा के मुद्दे पर बात ही नहीं करना चाहते ।आज भी शाम 5 बजे के आस पास पुलिस की गाडी घर पहुंची लेकिन हम जब तक कार्यक्रम स्थल तक पहुंच चुके थे। हमने मुख्यमंत्री जी तक ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश के अभिभावकों की आवाज पहुंचाने की भरकस कोशिश की लेकिन भारी सुरक्षा बंदोबस्त , तीन लेयर की बैरिकेटिंग अवरोध के रूप में सामने आई । प्रदेश के मुख्यमंत्री को इतनी सुरक्षा की आवश्यकता हैं तो रोड शो करने की जरूरत क्या है? जनता के मुद्दों को सुनना नहीं चाहते तो वोट मांगने के लिए रोड शो की जरूरत पड़ती हैं। चुनाव आयोग को इस बात का संज्ञान लेना चाहिए। जीपीए के क्रांतिकारी कभी हार नहीं मानते ।हम प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने और गरीब बच्चों को शिक्षा का मौलिक अधिकार दिलाने की आवाज उठाते रहेंगे ।