शहर राम लीला सिर्फ रक्षीणी सभा की, मेरठ की शहर राम लीला केवल और केवल श्री सनातन धर्म रक्षणी सभा की है। यह बात शनिवार को बुलायी गयी प्रेस वार्ता में श्री सनातन धर्म रक्षणी सभा रजिस्टर्ड और शहर राम लीला कमेटी ने जोर देकर कही है। प्रेस वार्ता में मौजूद अध्यक्ष जितेन्द्र मणी और महामंत्री वरिष्ठ अधिवक्त ओपी शर्मा व भृगु नंदन शर्मा महामंत्री रक्षणी सभा ने कहा कि श्री सनातन धर्म रक्षणी सभा का पंजीयन करीब सौ साल से ज्यादा पुराना है। सनातन धर्म रक्षणी सभा सनातन धर्म कन्या इंटर कालेज, सनातन धर्म धर्मार्थ औषधालय व शहर राम लीला कमेटी तथा धर्मेश्वर महादेव मंदिर का संचालन करती है। बीते 15 सालों से जितेन्द्र मणी अध्यक्ष व नीरज शर्मा महामंत्री राम लीला के लिए संयोजक व अध्यक्ष का चयन करती है। साल 2022 में मनोज गुप्ता को राम लीला कमेटी के लिए चयन किया था। मनोज गुप्ता ने वादा किया था कि वह भव्यता से राम लीला का आयोजन करेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया वह मनमर्जी से आयोजन करते रहे। कोई विवाद न हो इसलिए श्री सनातन धर्म रक्षणी सभा व शहर राम लीला कमेटी चुप रही। साल 2023 में द्वारिका नाथ चौबे जी ज्वैलर्स को अध्यक्ष नामित किया गया। वह शानदार आयोजक व अध्यक्ष साबित हुए हैं। अच्छ कार्य कर रहे हैं। एडवोकेट ओपी शर्मा ने कहा कि यदि राम लीला में कोई विवाद उत्पन्न होता है तो उस स्थित में पूरा आयोजन कराने का अधिकार श्री सनातन धर्म सभा को होगा। श्री सनातन धर्म रक्षणी सभा के द्वारा नामित कमेटी ही आयोजन करेगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली रोड पर राम लीला के लिए जो मंच बनाया गया है उसको एक राजनीतिक रैली के आयोजन के दौरान तोड़ दिया गया था। राजनीतिक दल ने उसको बनवाने का वादा किया था, लेकिन बनवाया नहीं। उसका निर्माण भी श्री सनातन धर्म रक्षणी सभा ने ही किया। कुछ लोग अनर्गल आरोप अपने स्वार्थ के लिए लगा रहे हैं ताकि उनसे चंदे का हिसाब न लिया जाए। मनोज गुप्ता से चंदे का हिसाब कई बार मांगा जा चुका है लेकिन उन्होंने अभी तक चंदे का हिसाब नहीं दिया है। यदि हिसाब किताब नहीं दिया तो मनोज गुप्ता के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।