पति को छीना मौत के पंजे से,
मेरठ/बड़ौत में हुए हादसे में पति को मौत के मुंह से निकालने के लिए संगीता पलक झपकते ही साबित्री बन गयी। अपने पुजारी पति को मौत के पंजे से छीन लिया। बडौत में मचान टूटने से हुए हादसे में घायल हुए उनके पुजारी बंशीराज पाठक (42) का उपचार मेरठ के मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। हादसे के समय बंशीराज सबसे ऊपर शांतिधारा करा रहे थे और पैड टूटते ही वो 40 फुट नीचे आए जहां उनकी जर्किन एक बल्ली में फंस गयी और वो लगभग आधे घंटे तक वहां लटके रहे। पैड टूटने की खबर लगते ही उनकी पत्नी संगीता पाठक दौड़ती हुई घटनास्थल पर पहुंचीं।
संगीता बताती हैं कि उन्हें बताया गया कि वो शायद सबसे नीचे दब गए है और कुछ भी शेष रहना असंभव है। लेकिन उन्होंने अपने पति को बल्ली पर लटका देख वो बदहवासी में उनको उतारने के लिए चली और फिर अन्य लोगों की मदद से बंशीराज को नीचे उतारा।
मंगलवार को जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान के निर्वाण महोत्सव था और इस अवसर पर पिछले लगभग 25 वर्षो से 70 फुट ऊँचे मानस्तंभ पर विराजमान जिनेंद्र प्रभु का महामस्तकाभिषेक व लाडू अर्पण का महोत्सव मनाया जाता है। जहां ऊपर चढ़ने और उतरने के लिए बनायी गयी पैड के ढहने से बड़ा हादसा हो गया था।
बुधवार को विश्व श्रमण संस्कृति श्रीसंघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुदीप जैन ने मेडिकल कॉलेज पहुँचकर बंशीराज का हाल जाना। सुदीप जैन ने बताया कि हादसे के समय बंशीराज सबसे ऊपर शांतिधारा करा रहे थे। सुदीप जैन ने वार्ता कर कमिश्नर से उचित इलाज दिलाने के लिए आग्रह किया जिसके बाद कमिश्नर ने प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज को इस संबंध में निर्देशित किया।