तो क्या बगैर वोटर लिस्ट हुए चुनाव,
तमाम चीजों को सदर जैन समाज के सामने लाने वाले डा. संजय जैन का कहना है कि मेरठ के सदर स्थित करीब चार सौ साल पुराने श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर समिति दुगार्बाड़ी सदर के चुनाव का दावा करने वाले यह बताने को तैयार नहीं कि चुनाव किस वोटर लिस्ट के आधार पर कराए गए हैं। नौबत केवल वोटर लिस्ट तक नहीं रही। सबसे बड़ा और चौंकाने वाला जो खुलासा हुआ है वो यह कि जितने भी चुनाव कराए गए सभी 10 जुलाई को कराए गए। साल 2004 से 2018 तक अब तक करीब छह चुनाव कराए जा चुके हैं। सभी चुनाव 10 जुलाई को ही कराए गए। अब इसे संयोग कहें या फिर प्रयोग यह तय करने का काम सदर जैन समाज का है। वैसे समाज के कुछ प्रबुद्ध लोगों का मानना है कि चुनाव के नाम पर केवल इतना किया जाता रहा होगा कि चुनाव का रजिस्टर निकाला, उसमें प्रोसिडिंग दर्ज और चुनाव के बाद कमेटी की घोषणा। इन्हीं सब चीजों पर सवाल उठाने और सदर जैन समाज का ध्यान दिलाने का काम ऋषभ एकाडेमी के सचिव सीए डा. संजय जैन कर रहे हैं। मकसद केवल इतना भर है कि जो कुछ गलत हो रहा है या हुआ है उसको सही किया जाए। मंदिर किसी की बपौती नहीं है। यह सदर जैन समाज की आस्था है। सदर जैन समाज की आस्था से खिलवाड़ का अधिकार किसी को नहीं। समाज के लोग भी अब बड़ी संख्या में सब चीजें समझ गए हैं और इसीलिए डा. संजय जैन के साथ खडेÞ नजर आते हैं।
पीएम मोदी व सीएम योगी की सरकार में यह नहीं चलेगा
देश में पीएम मोदी व प्रदेश में सीएम योगी की सरकार है। इनके रहते हुए किसी भी संस्था में लूटपाट नहीं होने दी जाएगी। मंदिर जो आस्था का केंद्र सदर जैन समाज का जो आध्यात्मिक तीर्थ है उसके चुनाव को लेकर जो कुछ हुआ है उसको सामने भी लाया जाएगा और पीएम मोदी व सीएम योगी की सरकार के रहते हुए कुछ भी गलत नहीं होने दिया जाएगा। ऋषभ एकाडेमी के सचिव व समाजसेवी सीए डा. संजय जैन का कहना है कि जिन हथकंड़ों के लेकर पर्दा डालने या फिर सदर जैन समाज को अब तक जो धोखा देने करा काम किया गया है वो अब नहीं होने दिया जाएगा। पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों के संज्ञान में सब चीजें हैं। तमाम साक्ष्य मौजूद हैं। चुनाव के नाम पर जो पत्र डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय में दाखिल किए गए हैं उन पर बतौर अध्यक्ष रंजीत जैन के अलावा दिनेश जैन, मृदुल जैन, सुनील जैन, अनिल जैन बंटी, विजय जैन सन्मति (भंडारी) व सुनील जैन चावल आदि के हस्ताक्षर हैं। इन हस्ताक्षर से कैसे इंकार कर सकते हैं। चुनाव हुए हैं तो फिर सदर जैन समाज जानना चाहता है कि वो वोटर लिस्ट कहां है जिससे चुनाव कराए गए हैं। वो नाम कौन-कौन से हैं जिन्होंने मतदान किया। पंचों की तर्ज पर प्राचीन पवित्र श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर समिति दुगार्बाड़ी सदर के चुनाव के नाम पर घालमेल स्वीकार्य नहीं है। कानून अपना काम कर रहा है। पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों से कुछ भी छिपा नहीं है। चुनाव का दावा करने वाले बताए कि 2004 से अब तक श्रीमंदिर जी की कमेटी का नवीनीकरण क्यों नहीं करा सके। सदर जैन समाज यह जानना चाहता है।