एसटीएफ ने दबोचा शातिर बंजी,
मेरठ/एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने एयर फोर्स की नौकरी छोड़कर हथियार तस्कर बने अनिल बंजी को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के हाइवे इलाके से की गयी है। शातिर बंजी दिल्ली जाने के लिए बस का इंतजार कर रहा था। इसका कनेक्शन कुख्यात संजीव जीवा के गिरोह बताया गया है।
एएसपी एसटीएफ ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि अनिल बंजी हाइवे पर कैलाशी अस्पताल के सामने से दिल्ली जाने के लिए बस का इंतजार कर रहा था। उसके पास से दो विदेशी, देशी पिस्टल और 15 कारतूस बरामद किए। बंजी को पकड़कर कंकरखेड़ा पुलिस को सौंप दिया। यह हथियारों की तस्करी के मुकदमे में वांछित चल रहा था।
अनिल बालियान उर्फ अनिल बंजी पुत्र राजेंद्र निवासी ग्राम सिसौली, थाना भौराकलां, मुजफ्फरनगर ने पूछताछ में अनिल बंजी ने बताया कि वर्ष 1989 में एयरफोर्स में भर्ती हुआ और 2009 में वीआरएस लेकर वापस आ गया था। उसके बाद हथियारों की तस्करी करने लगा था। रोहित निवासी मंगलोरा करनाल हरियाणा, कुर्बान व रिहान निवासी गण खुर्जा बुलंदशहर एवं शारिक लिसाड़ी गेट से अवैध हथियारों की खरीदारी करने लगा। रोहित का भाई राहुल आर्मी में तैनात था, जो पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए बॉर्डर पर पिस्टल मंगाता था। उसके बाद लॉरेंस बिश्नोई और नीरज बवाना गिरोह को सप्लाई करता था। हाल में राहुल पंजाब जेल में बंद हैं। कुर्बान और उसके बेटे सावेज को एनआईए के द्वारा अवैध हथियारों की सप्लाई के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
अनिल बंजी अपने साथी रोहित, कुर्बान, रिहान एवं शारिक से प्रति पिस्टल 3,50,000 रुपये में खरीदारी करता था। उसके बाद रोहन पुत्र राकेश निवासी लोहडडा थाना बड़ौत, बागपत व रवि निवासी गुराना, बागपत के साथ मिलकर प्रत्येक हथियार को 4,50,000 रुपये में बेचता था।
अनिल ने सुशील फौजी गिरोह के लिए काम करने वाले विकास भदौड़ा और गुरुग्राम हरियाणा के सन्नी गिरोह को भी हथियारों की सप्लाई दी है। शामली की थानाभवन पुलिस ने भी बंजी की एके-47 उसके साथी अनिल बालियान से बरामद की थी।
हत्या करने के लिए सुपारी देकर हमला कराया
साथ ही अनिल बंजी ने कृषि विश्वविद्यालय के डीन राजबीर की हत्या करने के लिए सुपारी देकर हमला कराया था। सात गोली लगने के बाद भी राजबीर की जान बच गई। उस घटना में जमानत पर आने के बाद फिर से बंजी ने हथियारों की सप्लाई करना शुरू कर दिया था।
बता दें कि 23 नवंबर को बंजी गिरोह के रोहन पुत्र राकेश कुमार निवासी ग्राम लोहडडा थाना कोतवाली बड़ौत जनपद बागपत को पांच बंदूक 12 बोर एवं 12 डीबीबीएल गन 12 बोर तथा 700 कारतूस के साथ जेल भेजा जा चुका है।